Delhi: कोविड महामारी के बाद लोगों की लाइफ स्टाइल में बहुत से परिवर्तन आए हैं। इस बात को लेकर किए गए कई अलग-अलग सर्वेक्षणों में अलग-अलग बातें सामने आ चुकी हैं। पहले के मुताबले लोगों में टेंशन की, नींद की, इस तरह की बहुत सारी समस्याएं सामने आ रही हैं। दिल्ली में महिलाओं के बीच एक सर्वे किया गया है। इस सर्वे में अचंभित करने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी की 37 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं का मानना है कि पिछले तीन सालों में उनकी शराब की लत में बढ़ोतरी हुई है।
CADD ने किया ये दावा
कम्युनिटी अगेंस्ट ड्रंकन ड्राइविंग (CADD) नामक एक NGO के एक सर्वे के दावे के मुताबिक कोरोना पीरियड के बाद महिलाओं में शराब की खपत बढ़ गई है। सर्वे में एक सवाल ये भी था कि इसके पीछे क्या-क्या वजह हो सकती हैं? 45 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं ने कहा कि उनके पीने की आदत बढ़ने की स्ट्रेस है। एनजीओ CADD द्वारा किए गए सर्वे में महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन, शराब की उपलब्धता में तेजी और खर्च के तरीके में बदलाव को महिलाओं में शराब की खपत में बढ़ोतरी के लिए जिम्मेदार माना गया है।
स्ट्रेस भी है एक मुख्य कारण
सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि 45.7 फीसदी महिलाएं स्ट्रेस के कारण शराब पीती हैं। ये स्ट्रेस कई तरह से हो सकता है जैसे- दफ्तर का स्ट्रेस, फैमली टेंशन, आदि। ऐसे तमाम वजह हैं जिस कारण आपको स्ट्रेस हो जाता है। जिसके बाद आपको लगता है कि शराब पीने से नींद आ जाती है। 34.4 फीसदी महिलाओं का मानना है शराब आसानी से मिल जाती है इसलिए इसकी खपत ज्यादा बढ़ गई है। इसके इलावा 30.1 फीसदी महिलाओं का मानना है कि वो बोर हो जाती हैं।
अकेलापन है दूसरी बड़ी वजह
महिलाओं के ज्यादा शराब पीने के कई कारण हो सकते हैं। दिल्ली में महिलाओं के बीच किए गए सर्वे में मुख्य रूप से दो कारण सबसे अहम हैं। इसमें पहला स्ट्रेस और दूसरा अकेलापन है। इन दोनों कारणो से महिलाएं ज्यादा शराब पी रही हैं। कोरोना के पहले चीजें बिलकुल अलग थीं पर उसके बाद चीजें बहुत तेजी से बदल रही हैं। दिल्ली-एनसीआर में नौकरी करने वाली महिलाएं अक्सर अपने परिवार से दूर रहती हैं, जिस कारण उनको अकेलापन महसूस होता है और ऐसे में वो ग्रुप्स के बीच उठती बैठती हैं, जहां पर शराब की लत पड़ जाती है।
सर्व में शामिल महिलाओं ने ये बताए कारण
CADD के एक बयान के मुताबिक सर्वे में शामिल 5,000 महिलाओं में से 37.6 प्रतिशत महिलाओं ने माना कि उनकी शराब की खपत बढ़ गई है। जबकि 42.3 परसेंट महिलाओं ने इसे अनियमित और ओकेजनली माना। वहीं, 34.4 प्रतिशत महिलाओं ने शराब को आसानी से मिलना और 30.1 प्रतिशत ने बोर होना (Boredom) बताया। सेंटर फॉर अल्कोहल स्टडीज भारत सरकार के मुताबिक अगले पांच वर्षों में महिलाओं के शराब बाजार में 25 फीसदी की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।