नई दिल्ली: देश की राजधानी में लगातार आबादी बढ़ने के कारण आवास की काफी दिक्कतें हो रही हैं। इसका प्रभाव केवल आम आदमी पर ही नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस पर भी पड़ रहा है। हाल ही में एक RTI के जवाब से पता चला है कि पुलिस विभाग के करीब 12 पुलिस थाने किराए के मकानों में चलाए जा रहा हैं।
पुलिस विभाग को उठाना पड़ता है भारी खर्च
दिल्ली में जमीन के अभाव के कारण 12 पुलिस थानों को किराए की इमारतों में चलाया जा रहा है। इन थानों में जगह की काफी कमी रहती है जिस कारण यहां सुविधाओं का भी अभाव रहता है। इसके अलावा महिला पुलिसकर्मियों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में यह सामने आया है कि 12 थाने ऐसे हैं जिन्हें किराए के घरों में चालाया जा रहा है। पुलिस को दिक्कतों का सामना करने के अलावा इन थानों के लिए भारी किराया भी देना पड़ता है। थाने के किराए के लिए दिल्ली पुलिस को राशि भी आवंटित की जाती है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस साल यानी 2023-24 के केंद्रीय बजट में पुलिस को 11,933 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। ये आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 15 प्रतिशत अधिक है।
पुलिस अधिकारी ने दी ये जानकारी
एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक कभी-कभी भूमि आवंटित होने के बावजूद भी कागजी कार्रवाई नहीं हो पती है या फिर कई अन्य कारणों से परियोजनाएं रूक जाती हैं। कुछ पुलिस स्टेशनों के लिए करीब 3-4 साल पहले ही भूमि आवंटित कर दी गई है मगर वो अभी तक बनकर तैयार नहीं हुए हैं। यह सब कागजी कार्रवाई के कारण अटका हुआ है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि, दिल्ली में जनसंख्या में बढ़ोतरी होने कारण पुलिस थानों की संख्या बढ़ाई गई है मगर जगह का सीमांकन नहीं किया गया है। एक वजह ये भी है कि पुलिस को किराए के परिसर में काम करना पड़ता है।
ये भी पढ़ें-
दिल्ली LG के ऑफिस में IAS ऑफिसर बनकर घुसे 2 युवक, मकसद जानकर हो जाएंगे हैरान