नई दिल्ली। दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग(डीएमसी) ने गुरुवार को दिल्ली हिंसा पर अपनी एक रिपोर्ट पेश की, जिसमें भाजपा नेताओं को इस हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। इस रिपोर्ट पर अपनी टिप्पणी में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने कहा कि वह पहले दिन से चिल्ला-चिल्ला कर कह रहे थे कि भाजपा नेताओं ने हिंसा भड़काए। दिल्ली हिंसा की जांच कर रही दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग की फैक्ट-फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट गुरुवार को सामने आई। इस कमेटी की अध्यक्षता एडवोकेट एम.आर. शमशाद कर रहे थे।
इस रिपोर्ट में कहा गया है, "दिसंबर 2019 से लेकर फरवरी 2020 तक बार-बार हिंसा को शह दिया गया। वहीं भाजपा के नेताओं ने कई ऐसी बातें कही, जिसके जरिए सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को उकसाने की कोशिश हुई।"
राज्यसभा सांसद एवं आप के प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने आईएएनएस से कहा, "मैं संसद में भी कह चुका हूं, भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली के दंगे भड़काए। मैं पहले दिन से ही चिल्ला-चिल्ला कर कह रहा हूं। आप कपिल मिश्रा के भाषण उठाकर देख लीजिए, आप भाजपा नेताओं के भाषण उठाकर देख लीजिए, किस तरह उन्होंने दंगे भड़काए। ये मानवता के दुश्मन हैं, समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। भाजपा का उद्देश्य है कि पूरे देश को नकली मुद्दों पर भटकाते रहो।"
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, "भाजपा नेता कपिल मिश्रा द्वारा मौजपुर में भाषण दिए जाने के बाद नॉर्थईस्ट दिल्ली के विभिन्न इलाकों में हिंसा भड़की। इस भाषण में उन्होंने खुलेआम कहा था कि 'जाफराबाद इलाके में प्रदर्शन कर रहे लोगों को जबरन हटाएंगे'।"