नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बुधवार को राज्यसभा में कहा कि केंद्र सरकार ने 2022 तक हर व्यक्ति को मकान का वादा किया था। अब आम आदमियों की बात छोड़िए, सांसदों तक का घर छीना जा रहा है। दरअसल, राघव चड्ढा को राज्यसभा पूल से दिल्ली के पंडारा रोड पर टाइप 7 का बंगला आवंटित किया गया था। बाद में बंगले का आवंटन इस आधार पर रद्द कर दिया गया था कि पहली बार के सांसदों को केवल टाइप 6 बंगला दिया जाता है। हालांकि, अदालत द्वारा दिए गए स्टे के बाद राघव फिलहाल अपने पहले वाले बड़े बंगले में ही रह रहे हैं।
संसद में राघव चड्ढा ने और क्या कहा?
राज्यसभा में देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा के दौरान राघव चड्ढा ने कहा कि आज मैं सरकार के वायदे बनाम वास्तविकता की सूची लेकर आया हूं। पहले वादा यह था कि भारत देश 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा। आज सच्चाई यह है कि हम उस वादे से बहुत दूर हैं। सवाल यह नहीं है कि 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी भारत बनेगा कि नहीं बनेगा। अगर सरकार अपनी उंगली भी न उठाएं तो भी भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा। लेकिन, सवाल यह है कि बनेंगे कब 2027 में 28 में या 30 में, लेकिन वादा पूरा नहीं हुआ।
राघव चड्ढा ने सदन में कहा कि दूसरा वादा किया गया कि हर भारतीय के पास एक बैंक अकाउंट, लाइफ इंश्योरेंस, एक्सीडेंट इंश्योरेंस, पेंशन और रिटायरमेंट प्लानिंग सेवाएं होगी 2022 तक। अभी 100 लोगों में से मात्र तीन लोग जिनके पास लाइफ इंश्योरेंस है। राघव ने कहा कि वहीं जन धन योजना में अकाउंट तो खुलवा दिए, लेकिन मैं पूछना चाहूंगा कि कितने खाते खाली हैं। तीसरा वादा यह कि किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना कर देंगे। अब इस वादे की बात भी नहीं करते।
'आमदनी की बात तो छोड़िए, किसानों का कर्ज दोगुना हो गया'
राघव ने कहा आमदनी की बात तो छोड़िए बल्कि किसानों का कर्ज दोगुना हो गया। उन्होंने कहा कि सरकार का चौथा वादा था कि वर्ष 2022 तक हर भारतीय के पास अपना खुद का घर होगा। सच्चाई आप जानते हैं कि कितने लोगों के पास घर है। राघव ने यहां चुटकी लेते हुए कहा कि आम आदमियों की बात छोड़िए सांसदों तक का घर छीना जा रहा है।
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