दिल्ली के सीलमपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक अब्दुल रहमान ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। दरअसल आज ही जुबैर और शगुफ्ता अहमद को आम आदमी पार्टी में शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि पार्टी जुबैर अहमद को सीलमपुर विधानसभा सीट से टिकट दे सकती है। इसी बात से नाराज होकर अब्दुल रहमान ने अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से इस्तीफा दे दिया है। दिल्ली कांग्रेस के पूर्व विधायक मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबैर अहमद और शगुफ्ता अहमद आम आदमी पार्टी में शामिल हो चुके हैं। शगुफ्ता अहमद वार्ड नंबर 227 से कांग्रेस की टिकट पर पार्षद बनी थी। बता दें कि मतीन अहम कांग्रेस से 5 बार के विधायक रह चुके हैं।
क्यों दिया इस्तीफा?
जुबैर अहमद और शगुफ्ता अहमद के आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद अब्दुल रहमान द्वारा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया गया है। इसे लेकर उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर बयान भी दिया है। विधायक अब्दुल रहमान ने एक्स पर लिखा, "आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं। विचारों में बढ़ते फासले को देखते हुए, यह निर्णय लिया है। उम्मीद है कि पार्टी और समर्थक मेरे इस कदम को समझेंगे।" इस पोस्ट को शेयर करते हुए उन्होंने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को भी टैग भी किया है।
केजरीवाल पर हमले का दावा, भाजपा ने साधा निशाना
बता दें कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा निकाली जा रही रैली को लेकर आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ है। आम आदमी पार्टी ने दावा किया था कि भाजपा ने अपने गुंडों के जरिए अरविंद केजरीवाल पर हमला कराया है। इस मामले पर दिल्ली पुलिस ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल पर किसी तरह का हमला नहीं हुआ है, न ही उनके ऊपर कोई चीज पेंकी गई है और न ही किसी तरह की मैनहैंडलिंग हुई है। इसे लेकर भाजपा नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा था