नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी के पार्षद महेश खींची को दिल्ली का नया मेयर चुना गया है। मेयर चुनाव में कुल 265 वोट पड़े जिनमें से दो इनवैलिड घोषित कर दिए गए। आप उम्मीदवार महेश को 133 वोट मिले तो बीजेपी प्रत्याशी को 130 मत मिले। बीजेपी ने आप को मेयर चुनाव में कड़ी फाइट दी। बीजेपी को मात्र तीन वोट से हार मिली।
डिप्टी मेयर पद पर भी आप का कब्जा
डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी की उम्मीदवार नीता बिष्ट ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके बाद आम आदमी पार्टी के रविन्द्र भारद्वाज निर्विरोध दिल्ली के उप महापौर बन गए। इसके बाद अगली बैठक तक के लिए सदन की करवाई स्थगित कर दी गई। रविन्द्र भारद्वाज अमन विहार से पार्षद हैं।
बीजेपी को मिले उम्मीद से ज्यादा वोट
दिलचस्प बात यह है कि बीजेपी के पास केवल 120 वोट थे। इसके बावजूद बीजेपी को 10 वोट ज्यादा मिले। इसका मतलब यह हुआ कि आम आदमी पार्टी के दस पार्षदों ने बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। जानकारी के अनुसार, संख्या बल के हिसाब से आम आदमी पार्टी के पास 142 वोट थे जिनमें से तीन राज्यसभा सांसद, 13 विधायक और 126 पार्षद शामिल हैं। जबकि बीजेपी के पास सात लोकसभा सांसद और 114 पार्षदों के समर्थन से 122 वोट हैं।
मेयर बनने के बाद कही ये बात
मेयर बनने के बाद महेश खींची ने कहा कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों के लिए काम किया है। उसी तरह से वह भी काम करेंगे। मेरी प्राथमिकता शहर की स्वच्छता के लिए काम करना होगा। हम लोग दिल्ली की जनता के लिए काम करेंगे।
कौन हैं महेश खींची
46 वर्षीय खिंची करोल बाग के देव नगर वार्ड के वार्ड 84 से आप पार्षद हैं। यह वार्ड करोग बाग विधानसभा क्षेत्र में आता है। वह दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक हैं। उन्होंने दिल्ली के मोतीलाल नेहरू कॉलेज से बीकॉम की पढ़ाई की है। महेश अपने इलाके में काफी सक्रिय रहते हैं।
वोटों की गिनती के महेश कुमार ने बीजेपी के किशन लाल (शकूरपुर वार्ड) को हरा दिया। खींची ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पार्षद किशनलाल को 3 वोटों से हराकर मेयर का चुनाव जीता है। जानकारी के अनुसार, आप उम्मीदवार को 135 वोट मिले, हालांकि दो वोट अवैध घोषित कर दिए गए।
स्वाति मालीवाल ने नहीं डाला वोट
बता दें कि कांग्रेस के आठ पार्षदों में से सात पार्षद और एक राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने वोट नहीं डाला है। बताया जाता है कि स्वाति मालीवाल विदेश में है। जबकि कांग्रेस ने चुनाव में मतदान नहीं करने का फैसला किया था। कांग्रेस की एक महिला पार्षद ने आम आदमी पार्टी को वोट दिया।