नई दिल्ली: दिल्ली में 14 मई को आई तेज आंधी तूफान से राष्ट्रपति भवन में काम करने वाले OSD के ड्राइवर अरशद पर पेड़ गिर गया था। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज उनकी अस्पताल में मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में आसमान गुरुवार को तेज धूल आंधी चली थी जिसके फलस्वरूप दृश्यता घट गयी थी। दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में यह एक हफ्ते से भी कम समय में दूसरी बार धूल भरी आंधी आयी थी। छिटपुट स्थानों, खासकर उत्तरी दिल्ली में भारी बारिश और ओलावृष्टि भी हुई। कुछ क्षेत्रों में पेड़ भी उखड़ गये। इससे बिजली के तारों और वाहनों को नुकसान पहुंचा था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने इसपर बताया था कि यह नये पश्चिमी विक्षोभ का परिणाम था। राष्ट्रीय राजधानी में 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से आंधी चली। उन्होंने बताया था कि धूल भरी आंधी और बारिश से खासकर उत्तरी दिल्ली में पारा काफी नीचे आ गया। अन्यत्र तापमान कम से कम दो डिग्री तक तापमान गिरा।
आईएमडी वैज्ञानिक ने बताया था कि उत्तर पश्चिम भारत में 15 अप्रैल से 15 जून के बीच धूल भरी आंधी और ओलावृष्टि आम बात है। निजी मौसम पूर्वानुमान सेवा स्काईमेट वेदर के महेश पलवट ने बताया कि उत्तर पश्चिम भारत में अबतक लू नहीं आयी है।