नयी दिल्ली। वैध दस्तावेज दिखा पाने में नाकाम रहने पर राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न हिस्सों से आठ रोहिंग्या को पकड़ा गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूर्वी दिल्ली में आनंद विहार रेलवे स्टेशन के बाहर से छह रोहिंग्या को हिरासत में लिया गया, जिनमें तीन नाबालिग हैं। इन लोगों को यहां एक हिरासत केंद्र भेज दिया गया है। पुलिस उपायुक्त (पूर्वी) दीपक यादव ने बताया कि पुलिस को त्रिपुरा से छह संदिग्ध रोहिंग्या के इस महीने की शुरूआत में ट्रेन से दिल्ली आने की सूचना मिली थी। एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि द्वारका जिले के उत्तम नगर इलाके में दो रोहिंग्या अवैध रूप से रहते पाये गये और उन्हें शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस उपायुक्त (द्वारका) संतोष कुमार मीणा ने बताया, ‘गिरफ्तार किये गये ये दोनों व्यक्ति म्यामां के रहने वाले हैं।’ दोनों अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या व्यक्तियों की पहचान हामिद हुसैन व नबी हुसैन के रूप में हुई। दाेनों म्यांमार के बुथीडोंग इलाके के रहने वाले हैं। नवंबर महीने में ये बांग्लादेश की सीमा पार करने के बाद भारत में दाखिल हुए और फिर वहां से दिल्ली पहुंचे। ये किस मकसद से यहां रह रहे थे, पुलिस अभी इसकी तहकीकात कर रही है। फिलहाल दोनों को जेल भेज दिया गया है।
26 जनवरी को देखते हुए अलर्ट जारी
दरअसल, 26 जनवरी को देखते हुए आईबी (IB) और फॉरेन रीजनल्स रजिस्ट्रेशन ऑफिस ( FRRO) की डोर टू डोर तलाशी अभियान चल रहा है। इसकी वजह से गैर कानूनी तरीके से भारत में रहने वाले रोहिंग्या और अन्य विदेशी लोगों को पकड़ा जा रहा है। गणतंत्र दिवस को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है। सुरक्षा एजेंसियां 26 जनवरी की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर हैं। इंटेलिजेंस इनपुट के बाद दिल्ली पुलिस ने सतर्कता बढ़ी दी है और वांछित आतंकवादियों की तलाश शुरू कर दी है।
बता दें कि हस्तसाल व आसपास के इलाके में बड़ी संख्या में म्यांमार के शरणार्थी रहते हैं। ऐसे लोगों के पास भारत में रहने के लिए जरूरी सभी दस्तावेज होते हैं। पुलिस व प्रशासन के लोग इनके संपर्क में रहते हैं। लेकिन, हस्तसाल में रोहिंग्या के अवैध होने की बात सामने आने पर अब सरकारी एजेंसियां एक बार फिर बड़े पैमाने पर इनके दस्तावेजों की जांच में जुट सकती हैं। अवैध तरीके से दिल्ली में रह रहे रोहिंग्या, बांग्लादेशी, नाइजीरियन और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।