नयी दिल्ली। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार को कहा कि शहर के अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के 30 फीसदी मरीज दूसरे राज्यों के हैं और उनमें से ज्यादातर निजी अस्पतालों के आईसीयू में हैं। उन्होंने कहा कि रोगियों की संख्या में वृद्धि के बीच, दिल्ली सरकार ने राज्य के बाहर से आए मरीजों की मौत का आंकड़ा अलग से इकट्ठा करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में देश में सबसे कम मृत्यु दर है। पिछले 10 दिनों के आंकड़ों के आधार पर, दिल्ली में मृत्यु दर 0.77 प्रतिशत है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती होने वाले लगभग 30 फीसदी कोविड-19 मरीज महानगर से बाहर के हैं।' उन्होंने कहा, 'बाहर से आने वाले लोग निजी अस्पतालों को प्राथमिकता देते हैं। वे पहले से ही अपना मन बना लेते हैं और सीधे इन चार-पांच अस्पतालों में जाते हैं, जिनके बारे में उन्होंने सुना होता है जैसे कि मैक्स, अपोलो और फोर्टिस इत्यादि। यही वजह है कि उन अस्पतालों में आईसीयू के बिस्तर भरे हुए हैं।
उन्होंने कहा, 'उनमें से ज्यादातर निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड पर हैं। दिल्ली के अस्पतालों में ऐसे 1,500 मरीज भर्ती हैं।' हालांकि, मंत्री ने कहा कि वर्तमान में दिल्ली में लगभग 1,000 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में लगभग 1,500 गैर-आईसीयू बेड और 500 से अधिक आईसीयू बेड जोड़े गए हैं। उन्होंने कहा, 'खाली बेड की संख्या दिल्ली कोरोना ऐप पर उपलब्ध है, कुछ भी छुपाया नहीं जा रहा है।'
सत्येंद्र जैन ने कहा कि बाहर के रोगियों की मृत्यु से संबंधित आंकड़े अलग से एकत्र किए जा रहे हैं। पहले ऐसा नहीं होता था। मंत्री ने यह भी कहा कि प्लाज्मा की कोई कमी नहीं है। जरूरत पड़ने पर वे इसे लिवर और पित्त विज्ञान संस्थान से प्राप्त कर सकते हैं। रविवार को दिल्ली में कोविड-19 के मामलों की संख्या 2,46,711 हो गई, जबकि मृतकों की संख्या 4,982 हो गई।