जी20 को लेकर चल रही तैयारियों के बीच राजधानी दिल्ली से हैरान कर देने वाली खबर निकलकर सामने आई है। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कार्यालय में दो युवकों ने गलत पहचान बताकर एंट्री ले ली। इनमें से एक ने खुद को IAS ऑफिसर तक बता दिया। पुलिस ने रविवार को जानकारी दी है कि एलजी के कार्यालय में घुसने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने बताया है कि दोनों युवक बुधवार दोपहर करीब ढाई बजे एलजी एलजी वीके सक्सेना के दफ्तर गए। यहां उन्होंने ऑफिस के कर्मचारियों के सामने खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी के रूप में पेश किया। उन्होंने गार्ड्स को बताया कि वो दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से वक्त लेकर मिलने आए हैं। हालांकि, बाद में सत्यापन कराए जाने पर ये दावे झूठे निकले, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया।
क्या था मकसद?
पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, जांच शुरू की गई और दोनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों की पहचान ओडिशा निवासी अभिमन्यु सेठी और दिल्ली निवासी अभिषेक चौधरी के रूप में हुई है। अब तक इस मामले में कोई भी आतंकी कोण सामने नहीं आया है। पुलिस ने कहा कि दोनों आरोपी एक-दूसरे से एक साझा दोस्त के जरिए मिले थे। उपराज्यपाल के ऑफिस में जाने के पीछे दोनों आरोपियों का इरादा एलजी वीके सक्सेना के साथ फोटो खिंचाकर आसानी से पैसे कमाने के लिए उन तस्वीरों का दुरुपयोग करना था। पुलिस ने बताया कि अभिमन्यु सेठी ने एलजी ऑफिस के कर्मचारियों के सामने खुद को IAS ऑफिसर बताया था।
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