नई दिल्ली: व्यापारियों के संगठन कैट ने रविवार को दिल्ली सरकार से कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिये कम-से-कम 15 दिन का ‘लॉकडाउन’ लगाने का आग्रह किया। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि यह दिल्ली के लोगों और व्यापारियों के हित में महत्वपूर्ण है।
कैट ने कहा कि यह सही है, दिल्ली में ‘लॉकडाउन’ से कारोबार और आर्थिक गतिविधियां प्रभावित होंगी, लेकिन अभी लोगों का जीवन पहली प्राथमिकता है। व्यापारियों के संगठन ने एक बयान में कहा,, ‘‘दिल्ली में तत्काल प्रभाव से 15 दिन के लिये ‘लॉकडाउन’ लगाया जाना चाहिए।’’
कैट ने यह भी कहा कि दिल्ली में हवाईअड्डों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डों तथा सभी सीमावर्ती इलाकों में कोविड-19 जांच के कड़े उपाय होने चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो कि कोरोना वायरस प्रभावित व्यक्ति राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश नहीं करे।
दिल्ली में ऑक्सीजन को लेकर 'इमरजेंसी', 25 हजार से ज्यादा नए केस
दिल्ली में जहां एक ओर कोरोना के लेकर हालात बिगड़ते जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में खत्म हो रही मेडिकल ऑक्सीजन को लेकर सीएम केजरीवाल ने चिंता व्यक्त करते हुए केंद्र से मदद की गुहार लगाई है। दिल्ली में कोरोना वायरस के रविवार को 25,000 से अधिक नये मामले सामने आए जबकि एक दिन में 161 मरीजों की मौत दर्ज की गई है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, दिल्ली में पिछले 24 घंटों में रविवार (18 अप्रैल) को कोरोना वायरस संक्रमण के 25,462 नए मामले दर्ज किए गए जबकि 20,159 लोग डिस्चार्ज हुए और 161 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई। राज्य में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 29.74 प्रतिशत पहुंच गया है।
दिल्ली में कोरोना के 74,941 सक्रिय मामले हैं। वहीं अभी तक दिल्ली में कुल 7,66,398 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं। वहीं दिल्ली में अबतक कुल 12,121 लोगों को कोरोना से मौत हो चुकी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित बेड तेजी से खत्म होते जा रहे हैं, 100 के आसपास ICU बेड बचे हैं। दिल्ली को ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। तेजी से बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली को सामान्य आपूर्ति की तुलना में बहुत अधिक की आवश्यकता है। आपूर्ति बढ़ने के बजाए, हमारी सामान्य आपूर्ति में तेजी से कमी आई है और दिल्ली का कोटा अन्य राज्यों में भेज दिया गया है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 के रोगियों के लिए ऑक्सीजन की भारी कमी है और शहर के कोटे की ऑक्सीजन को दूसरे राज्यों को दिया जा रहा है। इससे कुछ घंटे पहले ही केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर दिल्ली में अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाने तथा रोगियों के लिए तत्काल ऑक्सीजन आपूर्ति सुदृढ़ करने में मदद का अनुरोध किया था।
केजरीवाल ने रविवार शाम ट्वीट किया, ‘‘दिल्ली में ऑक्सीजन की भारी कमी है। मामले तेजी से बढ़ने के मद्देनजर दिल्ली को सामान्य से बहुत अधिक आपूर्ति की जरूरत है। आपूर्ति बढ़ाने की बात तो दूर, हमारी सामान्य आपूर्ति ही बहुत कम हो गई है और दिल्ली के कोटे को दूसरे राज्यों में भेजा गया है।’’
मुख्यमंत्री ने इससे पहले ऑनलाइन ब्रीफिंग में अस्पतालों में, खासतौर पर दिल्ली के निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि शहर के एक निजी अस्पताल में शनिवार रात ऑक्सीजन की कमी की वजह से त्रासदी होते-होते बची।