कानपुर: कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी और पांच लाख रुपये के इनामी बदमाश विकास दुबे को शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में राज्य पुलिस की एसटीएफ ने कथित मुठभेड़ में मारा गिराया। विकास दुबे का लंबा आपराधिक इताहिस रहा है। उसने अपनी गुंडागर्डी के दम पर करोड़ों की संपत्ति जुटी ली थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, उसने भारत से बाहर भी करोड़ों की संपत्ति खरीद रखी थी।
सूत्रों के अनुसार, विकास दुबे ने UAE और थाईलैंड में करोड़ों की संपत्ति खरीद रखी थी। UAE और थाईलैंड में उसके पैंटहाउस भी थे। सूत्रों से यह भी पता चला है कि विकास दुबे बीते 3 सालों में 15 देशों की यात्रा की थी। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय ने कानपुर के आईजी को पत्र लिखकर विकास दुबे की पूरी संपत्ति की जानकारी मांगी है। अब विकास दुबे की खरीदी गई पूरी संपत्ति और उसकी विदेश यात्राओं के कनेक्शन की जांच हो सकती है।
लखनऊ में भी उसने लगभग 20 करोड़ रुपए की संपत्ति खरीदी थी। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे एक खूंखार अपराधी रहा था। विकास दुबे के ऊपर लूट, डकैती, फिरौती और हत्या जैसे गंभीर अपराधों के 60 मामले दर्ज थे। विकास दुबे का नाम 19 साल पहले 2001 में पहली बार तब चर्चा में आया जब उसने कथित तौर पर थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री एवं बीजेपी नेता संतोष शुक्ला की हत्या कर दी थी। बाद में उसने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था और कुछ ही महीने बाद जमानत पर बाहर आ गया था।
इस खूंखार अपराधी ने राजनीति में भी एंट्री लेने की कोशिश की और कुछ हद तक कामयाब भी रहा। कानपुर देहात के चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव के निवासी विकास के बारे में बताया जाता है कि उसकी फौज में कई युवा हैं जिनके बल पर वह तमाम तरह के अपराधों को अंजाम देता है। विकास दुबे ने पंचायत और निकाय चुनावों में इसने कई नेताओं के लिए काम किया और प्रदेश की सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं से अपने संबंध पुख्ता किए।