उत्तर प्रदेश में जबरन धर्म परिवर्तन कराना गैरकानूनी है। अगर कोई ऐसा करते हुए पाया जाता है तो सरकार उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करती है। लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग कानून और नियमों को ताक पर रखकर जबरन धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के रामपुर से सामने आया है। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की है।
प्रदेश के रामपुर में जबरन धर्मांतरण के एक मामले में एक स्थानीय चर्च के एक पादरी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में पुलिस ने कहा कि आरोपी पादरी पोलो मसीहा पर उत्तर प्रदेश में गैरकानूनी धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। रामपुर के अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने कहा कि, "आरोपी के खिलाफ स्थानीय निवासी राजीव यादव की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था, जिसे जेल भेजा जाएगा।"
डीसीपी ने कहा, "स्थानीय पुलिस स्टेशन को सूचना मिली थी कि सिविल लाइंस निवासी एक पादरी पोलो मसीहा अन्य समुदायों के लोगों को इकट्ठा कर रहा है और उनका धर्म परिवर्तन कराने का प्रयास कर रहा है।" पुलिस अधिकारी ने कहा, "हम उससे पूछताछ कर रहे हैं और पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा।"
ब्राजील से आए विदेशी दंपत्ति भी करा रहे थे जबरन धर्म परिवर्तन
बता दें कि इससे पहले 21 दिसंबर को इसी तरह के एक मामले में सीतापुर पुलिस ने ब्राजील से पर्यटकों के साथ सीतापुर आए एक दंपति पर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। जिसके बाद मुख्य आरोपी डेविड अस्थाना को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया था।
सहबाजपुर गांव के रहने वाले नैमिष गुप्ता ने एक एफआईआर दर्ज कराई और आरोप लगाया गया है कि लखनऊ के एक दंपति डेविड अस्थाना और रोहिणी अस्थाना, ब्राजील के पर्यटकों के साथ अपने गांव पहुंचे, जिनकी पहचान रिवाल्डो जोस डासिल्वा, मैगनोलिया मारो लारोनजेरा, गुलहेराम नसीमेंटो एडाल्गो और अलेक्जेंडर डी सिल्वा के रूप में हुई है। शिकायतकर्ता में बताया कि उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात की और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने की कोशिश की।
इनपुट- एजेंसी