Highlights
- यूकेजी छात्र के स्कूल में ही पढ़ता था आरोपी।
- मासूम बच्चे की हत्या कर नहर में फेंक दिया।
- नाबालिग हैं वारदात में शामिल सभी आरोपी।
UP Crime News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से एक दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। जिले के छतारी थाना क्षेत्र के एक निजी स्कूल के दसवीं के छात्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर फिरौती के लिए स्कूल के ही यूकेजी के एक छात्र का अपहरण किया और बाद में पकड़े जाने के डर से उसकी हत्या कर दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए दावा किया कि घटना के एक सप्ताह के भीतर ही पुलिस ने हत्या के आरोप में 5 नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है।
नहर से बरामद हुआ था हर्ष का शव
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) श्लोक कुमार ने बताया कि पकड़े गए पांचों किशोर आरोपियों की उम्र 15-16 वर्ष है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने फिरौती के लिए बच्चे का अपहरण किया था लेकिन पहचान खुल जाने के डर से उसकी हत्या कर शव नहर में फेंक दिया था। बुलंदशहर जिले के छतारी थाना क्षेत्र के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले यूकेजी के 7 वर्षीय छात्र हर्ष का शव 10 जुलाई को अलीगढ़ जिले की एक नहर से पुलिस ने बरामद किया था। SSP के मुताबिक, शेखुपुर गांव निवासी चंद्रप्रकाश का बेटा हर्ष 9 जुलाई को स्कूल गया था, लेकिन वह घर वापस नहीं आया।
केस में लगाई गई थीं पुलिस की 6 टीमें
SSP ने बताया कि घरवालों ने हर्ष की काफी खोजबीन की, लेकिन वह नहीं मिला, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को इसकी जानकारी दी। कुमार के मुताबिक, छानबीन के दौरान पुलिस को हर्ष की लाश 10 जुलाई को अलीगढ़ जिले के हरदुआगंज इलाके की एक नहर में मिली। उन्होंने बताया कि मामले के राजफाश के लिए पुलिस की 6 टीमें लगाई गई थीं। SSP ने बताया कि जिस स्कूल में हर्ष पढ़ता था उसी स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र और उसके 4 अन्य साथियों ने फिरौती के लिए किडनैपिंग की प्लानिंग की थी।
भेद खुल जाने के डर से कर दी हत्या
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद 9 जुलाई को स्कूल आने के बाद मोटरसाइकिल पर बैठाकर हर्ष को ले गये लेकिन हर्ष ने उनकी पहचान कर ली इसलिए भेद खुल जाने की डर से उन लोगों ने उसकी हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया। श्लोक कुमार ने बताया कि पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपराध करना स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि साथ ही कुछ महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिसके आधार पर इसकी पुष्टि हुई है। SSP ने कहा कि सबूतों और बयानों के आधार पर किशोर आरोपियों को किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा।