बिजनौर: अक्सर लोग जरुरत होने पर मदद के रूप में पैसे उधार में दे देते हैं। उन्हें उम्मीद होती है कि जब सामने वाला व्यक्ति सक्षम हो जाएगा या फिर आपको पैसों की जरुरत होगी तब वह उन्हें लौटा देगा। ऐसा ना होने पर आपको गुस्सा अवश्य आता होगा। आप सोचते होंगे कि आपने उस व्यक्ति को पैसे दिए ही क्यों? कई बार जब आप उससे पैसे मांगते होंगे तो आपकी उससे तकरार भी हो जाती होगी। संभव है कि यह तकरार मारपीट तक भी पहुंच जाती हो। कुछ ऐसा ही हुआ उत्तर प्रदेश के बिजनौर में।
पानी की टंकी पर ऑपरेटर का काम करता था मृतक
यहां बिजनौर में पुलिस को 20 जून को पीआरवी पर स्वाहेड़ी बाईपास जीरो प्वाइंट के पास सर्विस रोड के किनारे एक व्यक्ति का शव मिलने की सूचना मिली थी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मृतक की पहचान 55 वर्षीय लेखराज के रूप में हुई। मृतक नगरपालिका बिजनौर के नुमाईस ग्राउंड में स्थित पानी की टंकी पर ऑपरेटर के रूप में काम करता था।
मामले में पुलिस ने एक जिम ट्रेनर को किया गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में जांच शुरू की और एक जिम ट्रेनर को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान बिजनौर के स्मृति विहार वीआईपी कॉलोनी निवासी रिंकू शर्मा उर्फ अमन शर्मा के रूप में हुई। बिजनौर शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण रंजन ने बताया कि प्रारंभिक जांच के दौरान यह पता चला कि लेनदेन के मुद्दे पर रिंकू और लेखराज के बीच कुछ विवाद था। उन्होंने कहा कि निरंतर पूछताछ पर आरोपी ने हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी ने ढाई लाख रुपए लिए थे उधार
एएसपी ने कहा कि आरोपी रिंकू ने जुर्म कबूल कर लिया है। पुछताछ में बताया कि उसने मृतक लेखराज से करीब छह महीने पहले 2 लाख 50 हजार रुपए उधार लिए थे। लेखराज लगातार उधार दिए हुए पैसे वापस मांग रहा था। उसके पास कहीं से भी पैसौ का कोई इंतजाम नहीं हो पा रहा था। इसी बात से परेशान होकर उसने लेखराज की हत्या की योजना बनाई। प्लान के तहत पहले लेखराज को शराब पिलाई और बाद में डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को रोड किनारे फेंक दिया। जिससे पुलिस को उस पर शक न हो और हत्या की घटना एक दुर्घटना बन जाए।
इनपुट - आईएएनएस