Highlights
- उमेश कोल्हे हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा
- केमिस्ट को मारने के बाद आरोपियों ने मनाया जश्न
- उमेश कोल्हे की हत्या के बाद की थी डिनर पार्टी
Umesh Kolhe Murder Case: उमेश कोल्हे हत्याकांड में NIA ने कोर्ट में बड़ा खुलासा किया है। जांच एजेंसी ने कोर्ट में बताया कि गिरफ्तार मौलवी और अरबाज ने उमेश कोल्हे को मौत के घाट उतारने के के बाद जश्न मनाया और डिनर पार्टी का आयोजन किया था। महाराष्ट्र के अमरावती में हुए उमेश कोल्हे हत्याकांड मामले में NIA ने दो और आरोपियों को गिरफ़्तार किया है जिनके नाम मुश्फ़िक अहमद और अब्दुल अरबाज़ है। मुश्फ़िक अहमद मौलवी है और अब्दुल अरबाज़ रहबर NGO में एम्बुलेंस का ड्राइवर है।
हत्या के बाद डिनर पार्टी में बुलाए थे कई लोग
NIA ने आज जब दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया तो कोर्ट को बताया कि इन आरोपियों ने इस हत्याकांड के मास्टर माइंड इरफान खान और दूसरे आरोपियों को हत्या के बाद छुपने में मदद की थी। इसके अलावा NIA ने बताया कि इन आरोपियों ने उमेश कोल्हे की हत्या के बाद डिनर पार्टी ऑर्गनाइज की थी। इस पार्टी में और लोगों को भी बुलाया गया था। अब उन्हें यह पता लगाना है कि आख़िर इस डिनर पार्टी में और कौन कौन शामिल था। दोनों आरोपियों को 12 अगस्त तक NIA रिमांड मे भेज दिया गया है।
हत्याकांड में NIA ने किया था गिरफ्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को अमरावती के फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के सिलसिले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के सूत्रों ने यह जानकारी दी। बुधवार को गिरफ्तार किए गए दो और लोगों के बाद मामले के संबंध में अब तक नौ को गिरफ्तार किया जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए मौलवी मुशफीक अहमद (41) और अब्दुल अरबाज (23) पर संदेह था कि दोनों ने हत्या के लिए पैसे जुटाए और अन्य आरोपियों को पनाह दी।
नूपूर के समर्थन में पोस्ट डालने पर हुई थी हत्या
गौरतलब है कि भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर कथित तौर पर पोस्ट डालने को लेकर उमेश कोल्हे की 21 जून को हत्या कर दी गई थी। 54 साल के कोल्हे पर 21 जून की रात तीन लोगों ने चाकू से कथित तौर पर हमला किया था। उनकी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक, दवा दुकानदार (केमिस्ट) उमेश कोल्हे ने नूपूर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी। नूपुर शर्मा ने मई में एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की थी। इस मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रहा है।