चंडीगढ़. गश्त ड्यूटी पर निकले दो पुलिसकर्मियों की मंगलवार को हरियाणा के सोनीपत जिले में हत्या कर दी गई। हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए आठ टीमों का गठन किया गया है। पुलिस ने बताया कि जिले में बुटाना के पास गोहाना-जींद रोड पर दोनों के शव मिले। उन्होंने बताया कि विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) कप्तान सिंह और कांस्टेबल रविन्दर की तड़के किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि दोनों गश्त पर निकले थे।
उन्होंने बताया कि सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस टीम को दोनों शव खून में लथपथ मिले और उनपर तेज धार हथियार से लगी निशान थे। सोनीपत के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौके से सोडा और पानी की कुछ बोतलें मिली हैं। उन्होंने बताया कि यह संभव है कि कर्फ्यू के दौरान कुछ लोग बाहर घूम रहे हों और पुलिसकर्मियों ने उनसे कुछ पूछताछ की हो, और उन्होंने ही दोनों पर हमला कर दिया हो। कोविड-19 लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों के तहत हरियाणा में पिछले कई सप्ताह से रात में कर्फ्यू लागू है।
करनाल के मधुबन स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे यादव ने बताया, ‘‘हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए आठ पुलिस टीमें गठित की गई हैं, हमलावरों को जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कुछ असमाजिक तत्वों ने यह अपराध किया है। अभी तक हुई जांच के अनुसार, सोनीपत और रोहतक रेंज के एडीजीपी ने मुझे बताया है कि, अभी जांच चल रही है कि कहीं कोई षड्यंत्र तो नहीं था। क्या इसके पीछे किसी गिरोह का हाथ है। जांच जारी है, फिलहाल मैं इसके अलावा और कुछ नहीं कहूंगा कि सभी पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है।’’
यादव ने कहा, ‘‘मुझे पूरा यकीन है कि हमारी पुलिस बिना किसी गवाह वाले इस हत्याकांड को जल्दी सुलझा लेगी।’’ यह पूछने पर कि क्या पुलिसकर्मियों को गोलियां भी लगी हैं, डीजीपी ने कहा, ‘‘चोट के निशान को देखते हुए ऐसा लगता है वे चाकू के निशान हैं, लेकिन हम गोलियों के निशान से भी इंकार नहीं कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए हमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन एक बात पक्की है कि उन्होंने अपना कर्तव्य निभाते हुए आरोपियों को चुनौती दी होगी।’’ डीजीपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। एक सवाल के जवाब में यादव ने कहा कि चूंकि दोनों ड्यूटी के दौरान मरे हैं, पुलिस अपने रिकॉर्ड में उन्हें शहीद का दर्जा देगी। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए डीजीपी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौर में पूरा पुलिस बल मानवता को बचाने के लिए अथक परिश्रम कर रहा है। उन्होंने कहा कि दोनों के परिजन की हर संभव सहायता की जाएगी।