नई दिल्ली: कानपुर के बिकरू नरसंहार मामले में पुलिस ने ग्वालियर के दो लोगों को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर विकास दुबे के सहयोगियों शशिकांत पांडेय और शिवम दुबे को शरण देने का आरोप है। गिरफ्तार किए गए लोगों का नाम ओम प्रकाश पांडेय और अनिल पांडेय है लेकिन ग्वालियर पुलिस ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। विकास के ये दोनों सहयोगी शशिकांत पांडेय और शिवम दुबे फिलहाल फरार चल रहे हैं।
बता दें कि विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। विकास को मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार किया गया था। उज्जैन में गिरफ्तार होने के बाद विकास दुबे को कानपुर लेकर आ रही यूपी एसटीएफ का वाहन कानपुर के निकट दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसी वाहन में विकास दुबे भी सवार था। वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद विकास दुबे ने घायल सिपाहियों से पिस्टल छीनकर फायरिंग की और भागने की कोशिश करने लगा।
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पुलिस ने उसे बार-बार सरेंडर करने को कहा लेकिन वह पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश करने लगा। इसी बीच पुलिस की जवाबी कार्रवाई में वह गंभीर रूप से घायल हो गया। विकास दुबे को अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इस बीच कानपुर स्थित विकास दुबे के गांव बिकरू में जैसे ही एनकाउंटर में उसके मारे जाने की खबर पहुंची, कई लोगों के चेहरे खिल उठे। इन लोगों ने विकास दुबे के मारे जाने की खुशी में मिठाइयां बांटी। इन लोगों का कहना था कि पूरा इलाका आज इस खबर से खुश है। लोगों को काफी राहत मिली है। लोगों का कहना है कि आतंक के एक युग का अंत हुआ है और लोग काफी खुश हैं।