Accused found alive 31 years after death in Delhi:राजधानी दिल्ली में सामने आए एक अजीबोगरीब मामले ने पुलिस और जजों की भी नींद उड़ा दी है। एक मामले में गिरफ्तार जो आरोपी जमानत पर रिहा होने के कुछ दिन बाद घर में मृत पाया गया था और कोर्ट के सामने उसे मृत घोषित कर दिया गया था...अब वह 31 साल बाद जिंदा हो चुका है। एक मुखबिर ने जब इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस को दी तो एक बार उसे भी भरोसा नहीं हुआ। मगर मुखबिर के बताए ठिकाने पर छापा मारकर पुलिस ने मृत हो चुके व्यक्ति को जिंदा पकड़ लिया है। इससे सबके होश उड़ गए हैं।
हैरानी की बात यह है कि 31 वर्ष से यह आरोपी एक बड़े जंगल में जीवन व्यतीत कर रहा था। इस वजह से कभी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आया और न ही मृत घोषित होने के बाद पुलिस ने कभी तलाश का प्रयास किया। क्योंकि व्यक्ति को कोर्ट के सामने मृत घोषित किया जा चुका था। ऐसे में पुलिस ने उसके केस की फाइल भी बंद कर दी थी। मगर अब आरोपी के जिंदा पकड़े जाने से हर कोई हैरान है। आइए अब आपको बताते हैं कि इस आरोपी को किस मामले में सबसे पहले पकड़ा गया था और इसके जिंदा व मृत होने की कहानी क्या है?
चोरी के आरोप में 1991 में पकड़ा गया था आरोपी
दिल्ली पुलिस के अनुसार अलीपुर में पंखा चोरी के मामले में 1991 में अर्जुन और चरण सिंह नामक दो आरोपियों को पकड़ा गया था। कोर्ट के सामने पेश हुए। मगर वह जमानत पर बाहर आ गए। इसके बाद फिर कभी नहीं लौटे। फिर 1998 में कोर्ट ने दोनों को भगोड़ा घोषित कर दिया। इस बीच कोर्ट को सूचना दी गई कि अर्जुन की मौत हो चुकी है। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने उसकी फाइल बंद कर दी। फिर चरण सिंह की तलाश जारी रही।
अर्जुन सिंह नाम के दूसरे व्यक्ति की हुई थी मौत
पुलिस ने जांच पड़ताल में अब पाया कि अर्जुन सिंह नाम के ही एक दूसरे व्यक्ति की मौत हो गई थी। चोरी के आरोप में पकड़ा गया अर्जुन जिंदा था। यह दोनों आरोपी पाकिस्तान के साथ हुए बंटवारे के बाद भारत आए थे और दिल्ली के अलीपुर व बदरपुर इलाके में समूहों में रहते थे।
चरण सिंह करे पकड़े जाने पर खुली अर्जुन की पोल
पुलिस शिनाख्त के आधार पर चरण सिंह की तलाश करते फरीदाबाद पहुंची। वहां वह एक कार्यक्रम में धार्मिक प्रवचन दे रहा था। पुलिस की नजर से बचने के लिए वह धर्मगुरु बनकर रहने लगा था। पकड़े जाने के बाद चरण सिंह ने अर्जुन सिंह के जिंदा होने की जानकारी दी तो पुलिस के होश उड़ गए।
17 एकड़ के जंगल में रहता था अर्जुन
पुलिस के अनुसार जब चरण सिंह ने बताया कि अर्जुन जिंदा है और जंगल में रहता है। वहीं लकड़ी काटकर बेचता है। इसके बाद पुलिस ने जंगल को चारों ओर से घेर लिया। सघन तलाशी अभियान में 31 वर्ष बाद आखिरकार अर्जुन को पुलिस ने अब दबोच लिया है। पुलिस ने जब उसे अदालत के सामने जिंदा पेश किया तो जज हैरान रह गए। अब अर्जुन सिंह को जेल भेज दिया गया है।