Highlights
- स्नैक्स और कैंडी देने से इनकार करने का वीडियो हुआ था वायरल
- दो जाति के युवकों में हुआ था विवाद
- पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ मामला किया दर्ज
Tamil Nadu News: तमिलनाडु में तेनकासी पुलिस ने एक दुकानदार महेश्वरन को अनुसूचित जाति के बच्चों को स्नैक्स और कैंडी देने से मना करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिला प्रशासन ने दुकान को सील कर उसका लाइसेंस रद्द कर दिया। पुलिस ने कहा कि अनुसूचित जाति के बच्चों के एक समूह ने शनिवार को नाश्ता और कैंडी खरीदने के लिए महेश्वरन से संपर्क किया। उसने उन्हें देने से मना कर दिया और कहा कि उन्हें नाश्ता और कैंडी या उसकी दुकान से कुछ भी नहीं मिलेगा।
दलित लोगों को कुछ भी नहीं बेचेंगे
जब बच्चों ने उनसे इसका कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि उनके समुदाय के गांव के बुजुर्गो ने फैसला किया है कि वे अनुसूचित जाति के लोगों को कुछ भी नहीं बेचेंगे। महेश्वरन के स्नैक्स और कैंडी देने से इनकार करने का वीडियो जब वायरल हुआ तो तेनकासी के जिला कलेक्टर पी. आकाश ने मामले में हस्तक्षेप कर जांच के आदेश दिए।
दो जाति के युवकों में हुआ था विवाद
जांच में पता चला कि एक विवाह समारोह के दौरान अनुसूचित जाति के युवकों का विवाद मध्य जाति के युवकों से हो गया था और पुलिस ने दोनों पक्षों के युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। मध्यम जाति के एक युवा के. रामचंद्रन को एक रक्षा बल के साथ इंटरव्यू में भाग लेना था, लेकिन वह एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम के तहत आरोप के चलते उपस्थित नहीं हो सका। इसके बाद मध्यम जाति के लोग नाराज हो गए।
उन्होंने अनुसूचित जाति के लोगों को बहिष्कृत करने का फैसला किया। रामचंद्रन को तेनकासी जिले में करीवलम वंतल्लूर पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में शनिवार की रात महेश्वरन को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पिछले महीने राजस्थान में दलित बच्चे की हुई थी पिटाई
इससे पहले राजस्थान के जालोर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक प्राइवेट स्कूल के टीचर ने पीने के पानी का मटका छूने पर एक 9 साल के दलित बच्चे की कथित रूप से पिटाई कर दी थी। जिसके बाद इस बच्चे की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में 40 साल के टीचर चैल सिंह को गिरफ्तार कर लिया था और उस पर हत्या और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराओं के तहत आरोप लगे थे। जालोर में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया था।
सुराणा गांव में एक प्राइवेट स्कूल के छात्र इंद्र मेघवाल की 20 जुलाई को पिटाई की गई थी। इसके बाद अहमदाबाद के एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई। राज्य के शिक्षा विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है। जालोर के पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाल ने बताया कि लड़के को बुरी तरह से पीटा गया था। उन्होंने कहा कि बताया गया है कि पीने के पानी का बर्तन छूने के कारण बच्चे की पिटाई की गई।