Highlights
- पीएचडी रिसर्चर ने हॉस्टल के कमरे में की सुसाइड
- पंखे से लटका पाया गया शव
- पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
Suicide Case: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक शैक्षणिक संस्थान के रिसर्चर ने छात्रावास में अपने कमरे में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। घटना का खुलासा बुधवार शाम को हुआ जब लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन के पीएचडी रिसर्चर संदेश राठौर (25) ने अपनी क्लास में भाग नहीं लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश दंडोतिया ने कहा कि उसके सहपाठी छात्रावास में उसके कमरे में गए और उसे पंखे से लटका पाया।
उन्होंने इसकी सूचना संबंधित अधिकारियों को दी जिन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। अधिकारी ने बताया कि राठौड़ को करीब एक पखवाड़े पहले संस्थान में संविदा शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने कहा कि इस कदम के पीछे का कारण अभी पता नहीं चला है और पुलिस इसकी जांच कर रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और राठौर के परिवार वालों को घटना की सूचना दे दी है।
यूपी में भी IIT कानपुर के PhD छात्र ने की थी सुसाइड
हालही में कानपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एक छात्र ने हॉस्टल के अपने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पुलिस आयुक्त बी पी जोगदंड ने बुधवार को बताया था कि आईआईटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग से पीएचडी कर रहे 32 वर्षीय प्रशांत सिंह ने मंगलवार रात को हॉस्टल के अपने कमरे में फांसी लगा ली और वहां से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।
छात्र का मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त
छात्र के मोबाइल फोन और लैपटॉप को जब्त कर लिया गया है। माना जा रहा है कि इससे मामले का कुछ सुराग मिल सकता है। जोगदंड ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है। इस बीच, आईआईटी कानपुर द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि हॉल-8 के एक व्यक्ति ने संस्थान की सुरक्षा इकाई को यह सूचना दी थी कि पीएचडी के छात्र प्रशांत सिंह का कमरा अंदर से बंद है और छात्र कोई जवाब नहीं दे रहा है। बयान के मुताबिक संस्थान के अधिकारियों ने दरवाजा तोड़ कर देखा तो प्रशांत सिंह फांसी के फंदे से लटका मृत पाया गया। उसके बाद घटना की सूचना उसके परिवार के लोगों को दी गई।
प्रशांत के घर में मचा कोहराम
पुलिस ने सुसाइड नोट की तलाश में कमरे का कोना कोना खंगाल लिया लेकिन कुछ हासिल नहीं हो सका। पुलिस मृतक के मोबाइल नंबर की सीडीआर भी खंगालने में जुटी है। वहीं, प्रशांत सिंह के खुदकुशी करने की सूचना परिवार वालों को हुई तो घर में कोहराम मच गया। उसने ऐसा क्यों किया, यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है।
पूरे संस्थान में पसरा सन्नाटा
प्रशांत की मौत की सूचना मिलते ही पूरे संस्थान में सन्नाटा पसर गया। संस्थान में कार्यरत सभी प्रोफेसर, अधिकारी और छात्र स्तब्ध हैं। संस्थान में मेडिकल सेंटर के बाहर और हॉस्टल में काफी संख्या में लोग एकत्रित रहे। पुलिस आयुक्त ने बताया कि बेहद मेधावी छात्र रहे प्रशांत सिंह ने साल 2019 में आईआईटी कानपुर में मास्टर्स डिग्री के लिए एडमिशन लिया था और 2021 में उसने पीएचडी शुरू की थी।