प्रयागराज: प्रयागराज में एक कलयुगी बेटे की ऐसी करतूत सामने आई है जिसे सुनकर आपका कलेजा कांप उठेगा। एक बेटे अपनी सगी मां की हत्या केवल इसलिए कर दी क्योंकि वह उसे काम पर जाने के लिये टोका करती थी। मां की हत्या के बाद आरोपी बेटे ने पुलिस को गुमराह करने के लिए घर के अंदर सामान बिखरा कर लूट का सीन क्रिएट कर दिया ताकि पुलिस लूट की वारदात मान कर जांच करे और उस पर शक न हो। लेकिन पुलिस ने जब हर एंगल से इस मामले की तहकीकात शुरू की तो लूट की कहानी झूठी निकली। आरोपी बेटे ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने पूरी वारदात के बारे में बताया कि कैसे उसने मां का कत्ल किया। एक कलयुगी बेटे की इस करतूत को सुनकर किसी का भी कलेजा कांप उठेगा।
सिर पर पत्थर से वार करके हत्या
दरअसल. प्रयागराज के करेली इलाके के भावापुर में 21 जुलाई को सुभद्रा पाल नाम की एक महिला की सिर पर पत्थर से वार करके हत्या कर दी गई थी। इस घटना की सूचना मृतक महिला के बेटे सचिन पाल ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच की तो फौरी तौर पर ये लगा की कोई महिला की हत्या करके समान और पैसा लूट ले गया क्योंकि घर का सामान बिखरा था और अलमारियां खुली हुई थीं। सुभद्रा के बेटे सचिन ने दो अज्ञात लोगों पर इस वारदात का मुकदमा भी दर्ज कराया और ये भी लिखाया कि बदमाशो ने उसकी मां को मारकर घर में रखा 15 लाख रुपये भी लूट ले गए।
दो लोगों को हिरासत में लिया, पर सुराग नहीं मिला
सुभद्रा के बेटे सचिन ने मुकदमा तो दर्ज करा दिया और मर्डर की जांच भी शुरू हो गई। पुलिस ने आस पास लगे CCTV को खंगाला गया तो दो संदिग्ध युवक दिखे जो घर घर जाकर चंदा मांग रहे थे। पुलिस को पहला शक इन लोगों पर हुआ लेकिन वारदात के दूसरे दिन भी ये दोनों युवक उसी इलाके में चंदा मांगने पहुंचे इससे पुलिस को साफ हो गया कि अगर हत्यारे ये लोग होते तो दूसरे दिन घटना वाली जगह पर नही आते। पुलिस ने इन दोनों युवकों को पकड़ा और लम्बी पूछताछ की जिससे ये साफ हो गया की वारदात में इनका हाथ नही है। इसके बाद पुलिस ने मृतक महिला के बेटे और उसके पति से पूछताछ की । लेकिन पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला।
डीसीपी और एसीपी ने हर एंगल से जांच शुरू की
तब प्रयागराज के DCP सिटी दीपक भूकर और ACP पुष्कर वर्मा ने वारदात के समय और वारदात के बाद इलाके में लगे CCTV को बारीकी से खंगालना शुरू किया और मृतक महिला के मोबाइल और उसके बेटे सचिन की CDR निकलवाई। मृतक के बेटे सचिन के बयानों से उसका मिलान कराया जिसमें कई फर्क सामने आ गया। मृतक महिला सुभद्रा की हत्या के बाद पुलिस ने जब उसके बेटे की मोबाइल लोकेशन निकाली तो वारदात के वक्त भी उसकी लोकेशन सेम थी। CCTV चेक किया गया तो वारदात के बाद ही वो घर से बाइक से निकला था।
पूछताछ में बेटे ने कबूला गुनाह
दोनों अफसरों ने इन्हीं बिंदुओं पर जांच शुरू की और आरोपी से क्रॉस सवाल किया तो वो पुलिस को भटकाने लगा। पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो सचिन टूट गया और उसने अपनी मां की हत्या करने की बात कुबूल कर ली। पूछताछ में सचिन ने पुलिस को बताया की उसकी मां उसे रोज़ हाईकोर्ट के पास दुकान पर जाने के लिये टोकती थी। उस दिन भी मां ने उसे टोका और दो थप्पड़ भी जड़ दिया उसके बाद सचिन ने अपनी मां को मुक्के से मारा। मुक्का लगते ही सचिन की मां गिर गई। उसके बाद सचिन ने मसाला पीसने वाले बट्टे से अपनी मां के सिर पर जोरदार वार कर दिया जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।
हत्या के बाद बेटे ने खुद बुलाई पुलिस
इसके बाद दो कथित पत्रकारों ने उसे ये राय दी थी कि FIR में 15 लाख की लूट लिखा दो जिससे तुम बच सकते हो। पुलिस ने उन दो कथित पत्रकारों को भी हिरासत में ले लिया और उन्होंने इस बात की भी पुष्टि की है कि उन्होंने ही आरोपी सचिन को जांच भटकाने के लिए राय दी थी। सचिन ने आगे पुलिस को जो बताया वो और भी हैरत वाली बात है। दरअसल, वारदात के बाद सचिन अपनी मां की लाश घर में छोड़ कर सीधा बाइक से पुराने क़र्ज़दार के पास पहुंचा और उससे कहा कि तुम्हारे 2 लाख रुपये आज हम वापस कर देंगे घर चल कर पैसा ले लो। सचिन उस क़र्ज़दार को अपनी ही बाइक पर बैठा कर अपने घर पहुंचा जहां उसकी मां की लाश खून से सनी हुई पड़ी थी। घर पहुंचकर सचिन ने लूट का हल्ला मचाकर पुलिस बुलाई और पूरी जांच को लूट बता कर बयान देने लगा। DCP दीपक भूकर ने बताया की सचिन का अपने पिता और मां से काम को लेकर नहीं बनती थी। आवेश में आकर उसने अपनी मां की हत्या की और लूट दर्शाने के लिये कई हथकंडे अपनाए, लेकिन पुलिस की जांच में बेटा ही हत्यारा निकला। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त पत्थर का बट्टा, मोबाइल फोन सहित कई चीज़ें भी बरामद कर ली है।