राजस्थान के भीलवाड़ा ज़िले के सदर थाना क्षेत्र में एक दंपती की हत्या का राजफ़ाश किया तो सभी के रोंगटे खड़े हो गये। मां और उसके प्रेमी पति की हत्या और किसी ने नहीं बल्कि उसके बेटे ने ही कर दी थई और दोनों शवों को जंगल में फेंक दिया था। इन दोनों शवों को मेनाल के जंगल से काछोला पुलिस ने बरामद किया है। इन दोनों की हत्या आरोपी बेटे और उसके साथियों ने मिलकर की थी। काछोला थाना प्रभारी श्रद्धा पचौरी ने बताया की महिला ने आठ माह पूर्व अपने पति व चार बच्चो को छोड़कर दूसरी शादी की थी। इसी बात से बेटा विक्रम सिंह उर्फ खान सिंह अपनी मां से खफा था।
मां और उसके प्रेमी की कर दी हत्या
भीलवाड़ा के सदर थाना क्षेत्र के खायड़ा गांव के कमलेश सिंह राजपूत ने बताया कि उसके पिता शैतान सिंह राजपूत ने पास ही के गांव की चंद्र कंवर से दूसरा विवाह किया था। इसको लेकर चंद्र कंवर के पुर्व पति छीतर सिंह और उसके दो पुत्र, उसके दोनों भाई काफी नाराज थे। शैतान सिंह 10 अगस्त को गांव गंधेरी थाना क्षेत्र काछोला में रहने वाली अपनी बहन हेमा कंवर से मिलने चन्द्र कंवर के साथ मोटरसाइकिल पर आया था। दिन में लगभग 1 बजे विक्रम सिंह और 10 से 12 लोग गाड़ी में सवार होकर आए और हेमा कंवर के घर में घुस कर मारपीट की। इसके बाद शैतान सिंह और चन्द्र कंवर को बंधक बनाकर ले गए और धमकी दी कि अब शैतान सिंह की लाश ही मिलेगी।
हत्या के पीछे की ये थी वजह
कमलेश सिंह के बयान पर मामला दर्ज कर पुलिस ने जांच करते हुए शैतान सिंह और चन्द्र कंवर की तलाश शुरू की और विक्रम सिंह उर्फ खान सिंह पिता छीतर सिंह को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। उसने दोनों की गला दबा हत्या कर दोनों शवों को मेनाल के जंगल में फेंकने की बात बताई। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शवों को बरामद किया।
विक्रम सिंह ने बताया कि वह समाज और लोगों के तानों से परेशान था और इसी वजह से उसने अपनी मां और उसके प्रेमी की हत्या की थी। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी मां चन्द्र कंवर उसके चार भाई बहनों और पति को छोड़ कर शैतान सिंह के साथ चली गई थी। जिसको लेकर चारों भाई बहनों की कहीं शादी नहीं हो रही थी और गांव में उनको नीचा दिखाया जा रहा था। गांव के लोग ताने मारते थे और उनके घर मेहमानों ने भी आना जाना बन्द कर दिया था।
बस इसी बात को लेकर विक्रम काफी आक्रोशित था। 10 अगस्त को उसको पता चला कि उसकी मां और प्रेमी दोनो गंधेरी गांव में हैं तो वहां जाकर उसने दोनों का अपहरण कर मेनाल के जंगलों में ले जाकर दोनों को गला घोंटकर मार डाला और शवों को वहीं जंगल में फेंककर आ गया था। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आरोपी बेटे को कोई पछतावा नहीं है।
(भीलवाड़ा से सोमदत्त त्रिपाठी की रिपोर्ट)