सीतापुर (उत्तर प्रदेश): सीतापुर पुलिस ने पत्नी का गला घोंटकर हत्या व शव के टुकड़े-टुकड़े करने के आरोप में पति और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी 46 वर्षीय पंकज मौर्य ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। महिला की लाश 8 नवंबर को मिली थी। पंकज की शादी 10 साल पहले बाराबंकी की ज्योति से हुई थी। हाल ही में उसे ज्योति पर बेवफाई का शक हुआ और उसने उसे खत्म करने की साजिश रची।
जानिए पूरा घटनाक्रम
बता दें कि 8 नवंबर को रामपुर कलां थाना क्षेत्र के गुलहेरिया गांव के बाहर एक खेत में बोरी के अंदर बंद महिला के शव के कई टुकड़े बरामद हुए हैं। साथ ही शव के कई टुकड़े गायब भी मिले। महिला की पहचान बाद में ज्योति के रूप में हुई थी। सीतापुर के SP ने कहा, पुलिस ने खेत से महिला का धड़, दाहिना हाथ और पैर बरामद किया। फोरेंसिक विशेषज्ञों ने कहा कि शरीर के अंग महिला के थे। कुछ दिन बाद जब एक महिला का विकृत चेहरा बरामद हुआ तो पुलिस ने स्केच बनाने के लिए विशेषज्ञों को बुलाया और पहचान के लिए उसकी प्रतियां बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, रायबरेली, लखनऊ और सुल्तानपुर में बांटी गईं।
20 नवंबर से लापता था पति
सिधौली के सर्किल अधिकारी यादवेंद्र यादव ने कहा, कुछ दिनों के बाद मृतका की मां होने का दावा करने वाली मालती सिंह ने हमसे संपर्क किया। जब हमने शव से बरामद कपड़े दिखाए, तो उसने उनकी पहचान की, हमने 20 नवंबर को मृतका के पति पंकज का पता लगाया, जो 15 नवंबर से लापता था। पंकज से जब उसकी पत्नी के लापता होने के बारे में पूछा गया तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। पूछताछ में उसने उसकी हत्या की बात कबूल किया।
पत्नी को अन्य पुरुषों के साथ देखा इसलिए की हत्या
मंगलवार को पुलिस टीम ने उसके घर पर छापा मारा और खून से सने कपड़े और एक धारदार चाकू बरामद किया। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पंकज ने पुलिस को बताया कि वह एक मेडिकल स्टोर पर काम करता था और देर रात घर लौटता था। उसने कहा, मुझे पड़ोसियों से पता चला कि ज्योति को अक्सर अन्य पुरुषों के साथ देखा जाता था और उसने ड्रग्स लेना भी शुरू कर दिया था। मैंने उसके परिवार तक बात पहुंचने की कोशिश की, लेकिन वे भी बेबस थे। कहासुनी के बाद उसने अपने दोस्त दुजन पासी की मदद से ज्योति की हत्या कर दी और उसके शरीर के कई टुकड़े कर दिए।
शव के टुकड़े घर से करीब 7 किलोमीटर दूर खेत में फेंक दिया। पंकज ने वारदात को अंजाम देने से पहले अपनी दोनों बेटियों और बेटे को मामा के यहां भेज दिया था।