Highlights
- दोनों हरियाणा भागने की कर रहे थे कोशिश
- 7 पिस्तौल और गोला-बारूद हुए बरामद
- गोल्डी बराड़ ने किया था कनाडा से फेसबुक पोस्ट
Sidhu Moosewala Murder: गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के दो साथियों को पंजाब से उस समय पकड़ लिया गया जब वे हरियाणा भागने की कोशिश कर रहे थे। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मूसेवाला की हत्या में किट्टा और मम्मा की भूमिका को लेकर जांच की जा रही है।
पुलिस ने दोनों को किया गिरफ्तार
डीजीपी के मुताबिक बठिंडा के मलकीत सिंह उर्फ किट्टा और हरदीप सिंह उर्फ मम्मा को स्थानीय पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर पुलिस के गैंगस्टर निरोधक कार्य बल (एजीटीएफ) की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस महानिदेशक के मुताबिक गिरफ्तार किए गए दोनों ही लोगों की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है। सिद्धू मूसेवाला की हत्या में कथित रूप से शामिल गैंगस्टर जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुसा नामक दो गैंगस्टर पिछले बुधवार को अमृतसर के एक गांव में पंजाब पुलिस के साथ करीब 5 घंटे तक चली मुठभेड़ में मारे गए थे। मुठभेड़ 5 घंटे तक चली थी जो 20 जुलाई को शाम 4 बजे समाप्त हुई थी। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) की अगुवाई में दोनों के पास से एक AK-47 और 1 पिस्तौल बरामद की गई थी।
गोल्डी बराड़ ने कनाडा से किया था फेसबुक पोस्ट
इसे लेकर गोल्डी बराड़ ने कनाडा से एक फेसबुक पोस्ट किया था। जिसमें अटारी बॉर्डर पर मारे गए गैंगस्टर जगरूप उर्फ रूपा और मनप्रीत मन्नू को बहादुर बताया था। पोस्ट में गोल्डी बराड़ ने कहा था कि जब पुलिस ने उन्हें घेर लिया था, तब उन्होंने मुझे फोन किया था और मैंने उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा था, लेकिन दोनों ने बहादुरी के साथ पुलिस का मुकाबला किया। गोल्डी बराड़ ने अपने फेसबुक पोस्ट में सिद्धू मूसेवाला को मारने वाले शूटरों में शामिल अंकित को पैसा नहीं देने और हत्या के बाद उसका फोन नहीं उठाने की खबरों का भी खंडन किया था।
गोल्डी बराड़ ने अपनी पोस्ट में दावा किया था कि पंजाब पुलिस की ओर से फैलाया जा रहा है कि उसने अंकित नाम के शॉर्प शूटर को पैसा नहीं दिया और मूसेवाला की हत्या के बाद में उसका फोन नहीं उठाया, जो कि बिल्कुल गलत है। उसने दावा किया था कि उसके द्वारा शार्प शूटर अंकित की पूरी सहायता की जा रही है और अटारी में हुए एनकाउंटर में मारे गए दोनों गैंगस्टरों के परिवारों की भी वो पूरी मदद करेगा।
किट्टा और मम्मा की भूमिका की जांच
मूसेवाला की हत्या के पीछे गोल्डी बराड़ कथित तौर पर मुख्य साजिशकर्ता है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि मूसेवाला की हत्या में किट्टा और मम्मा की भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता है और हम उसकी भी जांच कर रहे हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से 7 पिस्तौल के अलावा गोला-बारूद और एक सहायक उप-निरीक्षक रैंक के पुलिस अधिकारी की वर्दी भी बरामद की है।