Shraddha Murder case Update & Online dating app:श्रद्धा और आफताब की दोस्ती और प्रेम की कहानी कहां से शुरू हुई, दोनों कैसे एक दूसरे के करीब आए और फिर परिवारजनों के विरोध के बावजूद लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने लगे?...और फिर आखिर दोनों के बीच में ऐसा क्या हो गया कि आफताब ने श्रद्धा की निर्मम हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए। आइए इस खौफनाक कहानी के बारे में आपको सबकुछ बताते हैं।
होटल मैनेजमेंट और सेफ का कोर्स कर चुका आफताब ऑनलाइन डेटिंग एप के जरिये श्रद्धा के करीब आया था। धीरे-धीरे दोनों में बातचीत होने लगी और फिर दोस्ती हो गई। दोस्ती प्यार में कब बदली पता ही नहीं चला। इस दौरान भारत में कई तरह के ऑनलाइन डेटिंग एप मौजूद हैं, जो एक दूसरे की प्रोफाइल से मिलता जोड़ा उपलब्ध कराते हैं। आम-तौर पर मौज-मस्ती के लिए लोग आनलाइन ऐप पर अपनी प्रोफाइल बनाते हैं। मगर इस प्लेटफार्म पर अक्सर धोखा ही मिलता है। श्रद्धा और आफताब में मोहब्बत हो जाने के बाद दोनों अक्सर होटलों में दो-दो, चार-चार दिन के लिए बुकिंग करके यहां वहां ठहरने लगे। दोनों के बीच बार-बार शारीरिक संबंध बनने के बाद और अधिक करीबी आ गई। इस दौरान श्रद्धा आफताब के प्यार में पूरी तरह पागल हो गई। यह सब श्रद्धा के घरवालों को पता चला तो उसे आफताब से दूरी बनाने को कहा, मगर श्रद्धा पूरी तरह आफताब के प्यार में डूब चुकी थी। इसलिए उसने आफताब का साथ छोड़ने से इंकार कर दिया।
करीब तीन वर्षों तक चली मोहब्बत
श्रद्धा और आफताब के बीच करीब तीन वर्षों तक मोहब्बत का यह सिलसिला चलता रहा। इस दौरान दोनों होटलों व टूर पर जाते रहे। बाद में दोनों ने लिव-इन में रहना शुरू कर दिया। मुंबई में परिवारजनों ने के विरोध पर दिल्ली में आकर साथ-साथ एक ही फ्लैट में रहने लगे। इस दौरान दोनों अप्रैल में हिमाचल भी घूमने गए और वहां तीन सप्ताह तक एक साथ होटल में ठहरे। मई में दिल्ली लौटने के बाद फिर एक फ्लैट में यहां लिव-इन में रहने लगे।
अवैध संबंधों के शक में हत्या
श्रद्धा और आफताब दोनों को एक दूसरे पर किसी और के साथ अवैध शारीरिक संबंध होने का शक हो गया। इसे लेकर दोनों के बीच झगड़े होने लगे। इस दौरान श्रद्धा आफताब पर शादी करने का दबाव बनाने लगी। इससे आफताब ने उसकी हत्या की योजना बनाना शुरू कर दिया। 18 मई को रात में सोते समय आफताब ने आरी ब्लेड से उसका गला काटकर हत्या कर दी। फिर शव के 35 छोटे-छोटे टुकड़े करके उसे पॉलीथिन में पैक कर-कर के फ्रीज में रखने लगा। ऐसा करना उसे होटल मैनेजमेंट में इंटर्नशिप के दौरान शिखाया गया था कि किस तरह मांस के टुकड़ों को छोटे-छोटे पीस में बदलकर लंबे समय तक फ्रीज में रखा जा सकता है।
रोजाना एक-दो टुकड़े जंगल में फेंकता रहा
श्रद्धा के शव को ठिकाने लगाना अब आफताब के लिए आसान हो गया था। वह रोजाना एक-दो टुकड़े लेकर घर से निकलता और मेहरौली के जंगल में फेंक आता। इससे किसी को कोई शक नहीं होता था। मगर इधर श्रद्धा का कई महीनों तक जब कोई सुराग नहीं मिला। उसकी फेसबुक प्रोफाइल भी अपडेट नहीं हुई तो घर वालों ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी। मोबाइल लोकेशन के आधार पर आफताब पकड़ा गया।
देश का सबसे हॉरर मर्डर
श्रद्धा की हत्या देश में अब तक के सबसे हॉरर मर्डर में से एक है। पुलिस के अनुसार श्रद्धा के टुकड़े-टुकड़े करते हुए एक बार भी उसे खौफ नहीं हुआ और न ही उसके हाथ कांपे। उसे हत्या के बाद भी कोई पछतावा नहीं है। हैरानी की बात है कि जिस फ्रीज में श्रद्धा के शव के टुकड़े रखे थे, उसी में वह खाने-पीने का सामान भी रखता था और उसी में से निकालकर खाता था। इससे उसकी हैवानियत का अंदाजा लगाया जा सकता है। मंगलवार को दिल्ली पुलिस आफताब को क्राइन सीन पर महरौली के जंगल ले गई, जहां उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े फेंके थे। पुलिस ने जंगल से श्रद्धा के अंगों के 10 टुकड़े बरामद कर लिए हैं।