Highlights
- रोहिणी कोर्ट में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी मारा गया था।
- आरोपी की पहचान टिल्लू गिरोह के सहयोगी राकेश ताजपुरिया के रूप में हुई है।
- राकेश, टिल्लू गिरोह के सबसे सक्रिय सदस्यों और सटीक निशानेबाजों में से एक है।
नयी दिल्ली: उत्तरी दिल्ली के नरेला औद्योगिक क्षेत्र में एक संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद रोहिणी कोर्ट में हुई गोलीबारी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। रोहिणी कोर्ट में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी में गैंगस्टर जितेंद्र गोगी मारा गया था। उन्होंने बताया कि आरोपी की पहचान टिल्लू गिरोह के सहयोगी अलीपुर निवासी राकेश ताजपुरिया (31) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, राकेश, टिल्लू गिरोह के सबसे सक्रिय सदस्यों और सटीक निशानेबाजों में से एक है। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम था।
राकेश के बारे में पुलिस को मिली थी सूचना
पुलिस ने बताया कि मौके से एक अर्ध-स्वचालित पिस्तौल, 3 जिंदा कारतूस और 3 खाली खोखे बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि सुनील टिल्लू के निर्देश पर जेल से अपने गिरोह के प्रतिद्वंद्वी जितेंद्र उर्फ गोगी की हत्या के पीछे राकेश ही मुख्य साजिशकर्ता था। पुलिस ने बताया कि मंगलवार को उसे सूचना मिली थी कि राकेश अपने सहयोगी से मिलने के लिए रात करीब 10 बजे नरेला औद्योगिक क्षेत्र के जिंग केमिकल फैक्ट्री रोड के पास आएगा। पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) जसमीत सिंह ने कहा, ‘पुलिस की ओर से जाल बिछाया गया और राकेश को घटनास्थल के पास बाइक पर देखा गया।’
‘राकेश को आत्मसमर्पण के लिए कहा गया’
सिंह ने कहा, ‘उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन आरोपी ने अपनी बाइक छोड़ दी और पुलिस पर 2 गोलियां चलाई। पुलिस ने भी जवाब में एक गोली चलाई और राकेश को काबू कर लिया।’ पुलिस ने कहा कि राकेश पिछले 10 वर्षों में दिल्ली और हरियाणा में हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली सहित 12 से अधिक आपराधिक मामलों में शामिल था। राकेश 24 सितंबर, 2021 को रोहिणी कोर्ट में दिनदहाड़े हुई गोलीबारी के सबसे सनसनीखेज मामले में वांछित था, जिसमें जितेंद्र गोगी की मौत हो गई थी। DCP ने कहा कि गोगी को सुनील टिल्लू गिरोह के 2 बदमाशों ने गोली मार दी थी, जो वकीलों की पोशाक में अदालत परिसर में दाखिल हुए थे।