''मैं अपनी मर्जी से सुसाइड कर रही हूं, मेरी मौत की जिम्मेदार मैं खुद हूं। मेरे सास, ससुर, ननद, पति सभी बहुत अच्छे हैं। मैं अपनी लाइफ में किसी भी इंसान से कभी परेशान नहीं हुई। मेरे पति बहुत केयरिंग हैं। मेरी लाइफ को लेकर कुछ सपने थे, जो पूरे नहीं हो पाए, इस वजह से ऐसा कदम उठा रही हूं।'' ये बात सुसाइड नोट में लिखकर एक महिला ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मामला मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के खिलचीपुर का है जहां पीएससी एग्जाम क्लियर नहीं होने पर 28 वर्षीय दिव्या शर्मा ने घर में ही फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। इस दौरान दिव्या ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है जिसमें लिखा कि कुछ सपने थे जो पूरे नहीं हो पाए है इस वजह से वह ऐसा कदम उठा रही है। वहीं, महिला के मायके वालों ने ससुराल वालों पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया है।
पुलिस ने बताया कि घटना की जानकारी मृतका दिव्या के पति दीपक शर्मा ने थाने पहुंचकर पुलिस को दी। दीपक पुलिस के सामने फूट-फूट कर रोने लगा। इसके बाद पुलिस ने मौके पर तहसीलदार और पुलिस सहित एफएसएल की मौके पर पहुंची और घटना का मौका मुआयना कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। जहां मृतिका के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम भोपाल करवाने को लेकर जमकर हंगामा किया। इसके बाद मौके पर पहुंचे एसडीओपी आंनद राय ने निष्पक्ष जांच करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद तीन डॉक्टर का पैनल बनाकर मृतिका का पीएम करवाकर गया वहीं विडियोग्राफी भी करवाई गई।
पति से कहा था- एग्जाम क्लियर नहीं हुआ तो आत्महत्या कर लूंगी
महिला के पति दीपक शर्मा से बताया कि पत्नी दिव्या ने फांसी क्यों लगाई इसका पता तो मुझे नहीं है। अगर कोई बात थी, तो मुझे तो बताना था। वह सिविल सर्विसेस की तैयारी में जुटी हुई थी। उसने दो से तीन बार ट्राय भी किया लेकिन एग्जाम क्लियर नहीं हो पाया। एक बार उससे कहा था अगर मेरा एमपीपीएससी क्लियर नहीं हुआ तो मैं आत्महत्या कर लूंगी लेकिन मैंने उसकी बात पर विश्वास नहीं किया।
फंदे पर लटकी मिली पत्नी
दीपक ने पुलिस को बताया कि वो रानी बाग के पास रहने वाला है। छापीखेड़ा नाके पर उसकी किराने की दुकान है। जब वो दुकान से घर पहुंचा तो पत्नी से चाय बनाने को कहा था। दूध नहीं होने पर वह शाम करीब 6 बजे दूध लाने निकला। रात 8 बजे जब घर लौटा तो पत्नी का आवाज लगाई। जवाब नहीं मिलने पर घर के ऊपर के कमरे में जाकर देखा तो वह साड़ी से फंदा बनाकर पंखे पर लटकी मिली। उसने बताया, मैंने तत्काल शव को फंदे से उतारा और भाई के साथ खिलचीपुर अस्पताल लेकर पहुंचा। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। यहां डॉक्टर को कपड़े के भीतर एक सुसाइड नोट मिला।
अफसर बनना चाहती थी दिव्या
खिलचीपुर के कछोटिया गांव निवासी दीपक की भोपाल के बरखेड़ा पठानी की निवासी दिव्या से 22 मई 2021 को शादी हुई थी। वह पोस्ट ग्रेजुएट थी। दिव्या शुरू से ही बड़ी अफसर बनाना चाहती थी, इसके लिए आगे की पढ़ाई के लिए वह गांव स्थित ससुराल को छोड़कर पति के साथ खिलचीपुर में रह रही थी और घर पर ही सिविल सर्विस की तैयारी कर रही थी।
पिता ने लगाए हत्या के आरोप
भोपाल से खिलचीपुर पहुंचे मृतका दिव्या के पिता घनश्याम शर्मा ने बताया कि दिव्या के ससुराल के लोगों का मेरे पास फोन आया था। इन्होंने बताया कि दिव्या को करंट लग गया है, जिस कारण उसकी मौत हो गई है। देर रात यहां पहुंचे तो पता चला कि बेटी ने फांसी लगाई है। जो सुसाइड नोट मिला है उसमें बेटी की राइटिंग नहीं है।
'बेटी को प्रताड़ित करते थे ससुराल वाले'
मृतका दिव्या की मां सुनीता शर्मा ने बताया कि पति, सास, ससुर और ननद ने मिलकर बेटी को मारा है। उसे प्रताड़ित भी करते थे। पति दहेज के लिए प्रताड़ित करता था। सास-ससुर भी उसकी हां में हां मिलाते थे। अब तक संतान नहीं हुई थी इसलिए भी से डराते-धमकाते थे। अब हम चाहते हैं, इन सबको कड़ी सजा मिले।
(रिपोर्ट- गोविंद सोनी)
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