पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले में एक कुख्यात झपटमार को गिरफ्तार करने के लिए कई हफ्तों तक फल और सब्जी बेचने वाले बनकर घूमते रहे। पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि सिर्फ इतना ही नहीं, कुछ पुलिसवाले तो ऑटो ड्राइवर और बेघर शख्स बनकर भी चक्कर काटते रहे, ताकि 24 साल के कुख्यात आरोपी अब्बास अमजद ईरानी के समुदाय के लोगों के साथ किसी तरह के संभावित टकराव से बचा जा सके।
सफाई से पूरा ऑपरेशन करना चाहती थी पुलिस
मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस की अपराध इकाई-तीन के वरिष्ठ निरीक्षक शाहूराज राणावरे ने कहा कि पुलिसकर्मियों की टीम ने आरोपी ईरानी पर अंबिवली इलाके में अलग-अलग कपड़े पहनकर कुछ हफ्ते तक उस पर नजर रखी। पुलिस टीम के कुछ लोग उस रेस्तरां में भी गए जहां ईरानी अक्सर जाता था। पुलिस को इस बात की आशंका थी कि ईरानी के समुदाय के लोग उसे पकड़े जाने की सूरत में हमला कर सकते हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुलिस ऐसी किसी भी झड़प से बचना चाहती थी और ऑपरेशन को सफाई से अंजाम देना चाहती थी।
ईरानी पर MCOCA के तहत भी दर्ज हो चुके हैं केस
राणावरे ने कहा कि कुछ पुलिसवालों ने खराब कपड़े पहने हुए थे और आवारा लोगों की तरह इलाके में घूम रहे थे। उन्होंने बताया कि इस महीने के पहले हफ्ते में ईरानी को घेरने के बाद पुलिस उसे एक ऑटोरिक्शा में बैठाकर थाने ले गई। अधिकारी के मुताबिक, ईरानी की गिरफ्तारी के साथ जिले में झपटमारी की कम से कम 7 घटनाओं का पता लगा है। पुलिस ने ईरानी के पास से एक मोटरसाइकिल के अलावा करीब 3.31 लाख रुपये के सोने के गहने बरामद किए हैं। ईरानी पर पहले भी MCOCA के तहत 2 बार केस दर्ज हो चुके हैं। (भाषा)