नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने जॉब स्कैम चलाने के आरोप में एचआर में पीएचडी कर चुके शख्स के साथ 5 लोग गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों ने 500 लोगों को धोखा देकर 7.5 करोड़ रुपए की हेराफेरी की है। साथ ही लीडिंग एमएनसी में नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपए की ठगी की। दिल्ली के उत्तम नगर के रहने वाले एक शख्स ने पुलिस से शिकायत की कि मल्टीनेशनल कंपनी जैसे indeed career, aortic career choice pvt Ltd, BSEPL educon pvt ltd, zottic career choice में बड़ी पोस्ट पर नौकरी दिलाने के नाम पर उसे एक शख्स ने कांटेक्ट किया और फिर सीट रिजर्वेशन, सिक्योरिटी, डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन समेत कई प्रोसेस के चलते अलग-अलग बैंक एकाउंट में विक्टिम से 20 लाख रुपए की ठगी की। आरोपी के पास कई सारे फर्जी मेल्स, वेबसाइट्स थी जिनके जरिए वो ठगी का शिकार बनाता था।
कम्प्यूटर्स, लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन बरामद
शिकायत मिलने के बाद डीसीपी सायबर सेल अनयेश रॉय ने एक टीम का गठन किया और मामले की तफ्तीश शुरू करवाई। साइबर सेल की टीम ने गुरुग्राम के एक फर्जी कॉल सेंटर ओर रेड्स करके पांच लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें मास्टरमाइंड मनोज होटा भी शामिल था। मौके से 7 कम्प्यूटर्स, लैपटॉप, 14 मोबाइल फोन जिन्हें ठगी में इस्तेमाल किया जाता था बरामद किए गए। गिरफ्तार आरोपियो में मास्टरमाइंड मनोज होटा, आशीष रंजन, अभिषेक कुमार, सोनू रावल, शायक पिंटू इन सभी को गिरफ्तार किया गया।
मास्टरमाइंड मनोज टीम में रखता था पढ़े-लिखे लोग
मास्टरमाइंड मनोज बेहद पढ़ा-लिखा है। कॉमर्स में ग्रेजुएट होने के साथ इसने ह्यूमन रिसोर्स में पीएचडी किया हुआ है। ये कई यूनिवर्सिटी में विजिटिंग फैकल्टी के तौर पर काम कर चुका है और उसके बाद इसने अपना कॉलेज शुरू किया। इसके ऊपर काफी कर्जा हो गया था जिसके बाद इसने गलत तरीके से पैसा कमाने की साजिश रची। इसने अपने साथ कुछ लोगों को जोड़कर एक कॉल सेंटर शुरू किया और हाइली एजुकेटेड लोगो को लीडिंग कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर कॉन्टेक्ट करना शुरू किया। इसने अपनी टीम में भी पढ़े-लिखे लोग जो बेहद अच्छी अंग्रेजी बोलते हैं उन्हें रखा ताकि टारगेट को कोई शक न हो। इसने अपनी टीम में आशीष और अभिषेक इंजीनियर्स है, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक में उन्हें साथ लिया। अभिषेक को स्टार कॉलर बनाया जो एमएनसी के बिहाफ का अफसर बनकर टार्गेट्स को कॉल करके उन्हें झांसे में फंसाया करता था। इन लोगो ने कई फर्जी वेबसाइट्स, ईमेल आईडी बनाई हुई थी। अब तक पता लगा है कि 500 लोगों को ठगी का शिकार बनाने के साथ ये लगभग साढ़े 7 करोड़ रुपए कमा चुके है। फिलहाल इनसे पूछताछ कर इनके बाकि के साथियों की तलाश की जा रही है।