एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले की जलेसर पुलिस ने गुदाऊ गांव में तथ्य छिपाकर कार्यवाहक ग्राम प्रधान बन गई एक पाकिस्तानी महिला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। शिकायत में अवैध रूप से भारत में रहने की पुष्टि होने पर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि थाना जलेसर पुलिस द्वारा मामला पंजीकृत किया गया था जिसमें फरार चल रही आरोपी महिला को गिरफ्तार करने में पुलिस ने सफलता प्राप्त की है। उन्होंने बताया कि कार्यवाहक प्रधान के खिलाफ एक जनवरी, 2021 को तत्कालीन पंचायत सचिव ध्यानपाल सिंह ने थाना जलेसर में सूचना दी थी।
‘8 जून 1980 को हुई थी शादी’
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी कि तत्कालीन पंचायत सचिव ने बताया था कि ग्राम गुदाऊ की निर्वाचित ग्राम प्रधान की मौत के उपरांत पंचायत के विकास कार्यों के लिए सहायक विकास अधिकारी, जलेसर के जरिए मिले प्रस्ताव के क्रम में ग्राम पंचायत सदस्य बानो, पत्नी अख्तर अली को अग्रिम आदेशों तक कार्यवाहक ग्राम प्रधान के रूप में नामित किया गया था किंतु ग्राम पंचायत गुदाऊ के ग्रामीणों ने शिकायत की कि नामित कार्यवाहक प्रधान बानो पाकिस्तान की निवासी है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने जांच में पाया कि पाकिस्तानी नागरिक बानो की शादी 8 जून 1980 को एटा निवासी अख्तर अली के साथ हुई थी।
‘तथ्य छिपाकर हासिल किया पद’
SSP ने बताया कि जांच में पता चला कि बाद में बानो दीर्घकालिक वीजा को विस्तारित कराकर यहीं पर रहते-रहते ग्राम पंचायत सदस्य चुन ली गई और ग्राम प्रधान की मौत के बाद कार्यवाहक ग्राम प्रधान बन गई। उन्होंने बताया कि आरोपों के अनुसार बानो ने तथ्यों को छिपाकर पद प्राप्त किया। इस सूचना पर उसके खिलाफ धोखाधड़ी, दस्तावेजों में हेराफरी और विदेशी अधिनियम समेत सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। जलेसर थाने के प्रभारी निरीक्षक अमित कुमार व पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर घटना में फरार चल रही आरोपी बानो को उसके घर के पास से शुक्रवार को गिरफ़्तार कर लिया। (भाषा)