Highlights
- मेराज अहमद एक लोकप्रिय गे सोशल नेटवर्क ऐप के जरिए लोगों को सुनसान जगहों पर बुलाकर लूट लेता था।
- आरोपियों के अधिकांश पीड़ित सामाजिक बदनामी के कारण पुलिस में शिकायत करने से बचते हैं: आजमगढ़ पुलिस
- पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अहमद घायल हो गया और नीचे गिर गया, जबकि उसका साथी दानिश भागने में सफल रहा।
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश की आजमगढ़ जिले में पुलिस ने एक गे सोशल नेटवर्क ऐप के जरिए लोगों के साथ लूटपाट करने के आरोप में मेराज अहमद नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस सूत्रों के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, जमीलपुर क्षेत्र का मेराज अहमद एक लोकप्रिय गे सोशल नेटवर्क ऐप के जरिए लोगों को सुनसान जगहों पर बुलाकर लूट लेता था। आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उनके अधिकांश पीड़ित सामाजिक बदनामी के कारण पुलिस में शिकायत करने से बचते हैं।
‘पुलिस पर फायरिंग कर की भागने की कोशिश’
आर्य ने कहा कि कुछ बदमाशों द्वारा पुलिया के पास से उनकी मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन लूट लेने के बाद उनके पीड़ितों में से एक ने महाराजगंज पुलिस को सूचित किया था। महराजगंज निरीक्षक एच. सिंह ने मंगलवार देर रात रघुपुर बैरियर के पास वाहनों की जांच के दौरान मोटरसाइकिल सवार 2 लोगों को इलाके से गुजरते देखा। रुकने के लिए कहने पर उनमें से एक ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और भागने का प्रयास किया।
‘जवाबी कार्रवाई में घायल हुआ मेराज अहमद’
पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई में, अहमद घायल हो गया और नीचे गिर गया, जबकि उसका साथी मोहम्मद दानिश भागने में सफल रहा। पुलिस ने आरोपी अहमद के पास से लूटी गई मोटरसाइकिल, 8 मोबाइल फोन, एक देसी रिवॉल्वर और जिंदा कारतूस बरामद किया है।
’24 से ज्यादा मामलों में स्वीकार की संलिप्तता’
आर्य ने कहा कि अहमद ने आजमगढ़ और मऊ जिले में लूट एवं मोबाइल स्नैचिंग के 24 से अधिक मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उसने यह भी पुष्टि की कि वह अपने गिरोह के सदस्यों के साथ एक समलैंगिक सोशल नेटवर्क ऐप पर सक्रिय था। वे ऐप मेंबर्स से संपर्क करते थे और डेटिंग के नाम पर उन्हें सुनसान जगहों पर बुलाते थे और फिर लूट लेते थे। (IANS)