कानपुर: उत्तर प्रदेश की कानपुर पुलिस ने एक नया हथकंडा अपनाते हुए एक अपराधी को फंसाने के लिए शादी के फर्जी प्रस्ताव का इस्तेमाल किया। अपराधी पिछले कई महीनों से गिरफ्तारी से बच रहा था। सचेंडी क्षेत्र के उदयपुर गांव में काकादेव थाने से एक हेड कॉन्स्टेबल व एक सिपाही अपराधी धर्मेंद्र चंदेल उर्फ बीनू ठाकुर के घर पहुंच गया और लड़की का भाई बनकर 10 लाख रुपये दहेज के साथ शादी का प्रस्ताव रखा। दोनों पुलिस वाले एक बुजुर्ग व्यक्ति को साथ ले गए, जिसे उन्होंने लड़की के पिता के रूप में पेश किया। उनके साथ एक लड़की की फोटो भी थी।
दिल्ली से शादी फाइनल करने कानपुर पहुंचा अपराधी
अपराधी का परिवार तुरंत प्रस्ताव पर सहमत हो गया और फिर पुलिस ने भावी दूल्हे से मिलने पर जोर दिया। बीनू ठाकुर, जो एक कुख्यात ऑटो चोर है, दिल्ली में था। वह सोमवार शाम को प्रस्ताव को अंतिम रूप देने के लिए घर पहुंचा और उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। डीसीपी पश्चिम संजीव त्यागी ने पिछले एक साल से फरार अपराधी को गिरफ्तार करने के लिए ड्रामा करने वाले 2 पुलिसकर्मियों के लिए नकद इनाम की घोषणा की है। बाद में पुलिस ने उसके 2 साथियों को कल्याणपुर इलाके से गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से चोरी के कई दोपहिया वाहन बरामद किए।
कानपुर पहुंचते ही पुलिस ने धर्मेंद्र को गिरफ्तार किया
काकादेव थाने के इंस्पेक्टर कुंज बिहारी मिश्रा ने कहा कि पुलिस को पता चला था कि बीनू ठाकुर का परिवार उसकी शादी कराना चाहता है और लड़की तलाश रहा है। उन्होंने कहा, ‘हमने यह असामान्य साजिश रची और 2 पुलिसकर्मियों, कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र तिवारी और अमित, को भाई और एक बुजुर्ग व्यक्ति के रूप में एक लड़की के पिता के रूप में एक शादी के प्रस्ताव के साथ आरोपी के घर भेजा। फोटो देखने पर परिवार के सदस्य धर्मेंद्र को दिल्ली से बुलाने पर राजी हो गए। जैसे ही धर्मेंद्र दिल्ली से पहुंचा, अलर्ट पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और बाद में उसे जेल भेज दिया।’ (IANS)