बेंगलुरु. कोरोना की दूसरी लहर चरम पर है। हर रोज हजारों लोग इस संक्रमण की वजह से मर रहे हैं और लाखों लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। कोरोना मरीजों को बचाने के लिए देश के मेडिकल वर्कर्स ने दिन रात एक किया हुआ है, इस लड़ाई में बहुत से डॉक्टर्स और अन्य हेल्थ वर्कर्स भी अपना बलिदान दे चुके हैं लेकिन उनके अथक परिश्रम को कुछ लोग अभी भी समझने को तैयार नहीं है और उन्हें कोरोना के प्रसार की वजह समझकर उनपर हमला कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के लक्ष्मीपुरम एरिया से। लक्ष्मीपुरम के इंदिरानगर इलाके में तीन लोगों ने एक 20 साल की नर्सिंग स्टूडेंट औऱ उसके पिता पर हमला कर दिया। दरअसल हमलावरों का मानना है कि उनके इलाके में नर्सिंग स्टूडेंट के परिवार की वजह से कोरोना फैला। पुलिस ने इस मामले में हमला करने और आपराधिक धमकी देने के आरोप में नर्सिंग स्टूंडेंट के पड़ोसियों पर मामला दर्ज कर लिया है।
इस मामले में जिन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, उनके नाम प्रभू, उसका भाई अर्जुन और भतीजा राम हैं। नर्सिंग स्टूडेंट प्रियदर्शनी ने पुलिस को बताया कि उनकी मां सितंबर 2020 में कोरोना संक्रमित हो गई थीं और बाद में वो कोरोना से उबर भी गईं। प्रियदर्शनी की बहन सपना ने बताया कि प्रभू को अप्रैल में कोविड हुआ था और उसने इसकी वजह उनकी फैमली को बताया।
प्रियदर्शनी के पिता ने आरोप लगाया कि जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, वो शुक्रवार को उन्हें गालियां भी दे रहे थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो तीनों ने उनपर हमला कर दिया। इस दौरान प्रियदर्शनी ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उन्होंने उसे चाकू मार दी। उसे पहले अस्पताल ले जाया गया और फिर प्रियदर्शनी ने पुलिस में शिकायत की।