बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में गुरुवार तड़के 3 बार के बीजेपी विधायक सतीश रेड्डी के आवास परिसर के अंदर खड़ी उनकी 2 लग्जरी कारों में बदमाशों ने आग लगा दी। इस घटना ने शहर में तनाव पैदा कर दिया है, क्योंकि यह घटना कथित तौर पर उनके निर्वाचन क्षेत्र में एक झील में शिव की मूर्ति के अनावरण से जुड़ी हुई है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मेंगलुरु से कहा है कि सतीश रेड्डी पार्टी के एक महत्वपूर्ण नेता हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं घटना से आहत हूं। सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए जा रहे हैं और मुझे उम्मीद है कि पुलिस जल्द ही मामले का खुलासा कर देगी।’
लग्जरी कारों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी
घटनास्थल का दौरा करने वाले गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि मामले की जांच के लिए 3 टीमों का गठन किया गया है। बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत ने सुबह 4 बजे सतीश रेड्डी के आवास का दौरा किया और जांच के लिए आसपास के क्षेत्र की निगरानी की। आशंका जताई जा रही है कि बदमाशों ने पिछले दरवाजे से प्रवेश किया था। लग्जरी कारों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। पुलिस का कहना है कि जहां ये कारें खड़ी थीं, वहां CCTV कैमरे नहीं लगे थे। पुलिस विभाग के सूत्रों ने बताया कि सतीश रेड्डी ने एक हिंदू संगठन के 9 कार्यकतार्ओं को हिरासत से रिहा करवा दिया था।
शिव मूर्ति के साथ हो रहा है द्वीप का निर्माण
कार्यकतार्ओं ने बुधवार को कर्नाटक हाई कोर्ट के आदेश के खिलाफ कथित तौर पर शिव मूर्ति का अनावरण किया था। पुलिस को अंदेशा है कि घटना इसी पृष्ठभूमि से जुड़ी हुई होगी। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) बेगुर झील में एक शिव मूर्ति के साथ एक द्वीप का निर्माण कर रहा है। हाईकोर्ट ने अगस्त 2019 में इसके खिलाफ याचिका दायर होने के बाद निर्माण पर रोक लगा दी थी। हलफनामा पर्यावरण सहायता समूह (ESG) के समन्वयक लियो सल्धाना द्वारा दायर किया गया था।
शिव मूर्ति के पास सुरक्षा कड़ी की गई
प्रतिमा के अनावरण का मामला अदालत के संज्ञान में लाया गया है और अदालत ने बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त कमल पंत से 17 अगस्त तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। पूरे मामले ने सांप्रदायिक मोड़ ले लिया है और हिंदुत्ववादी ताकतें आरोप लगा रही हैं कि ईसाई मिशनरियों की ओर से इसका विरोध हो रहा है। पुलिस इस मामले को लेकर सतर्कता बरत रही है और बेगुर झील में सतीश रेड्डी के आवास और शिव मूर्ति के पास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।