मेरठ: मेरठ के कंकड़खेडा के रोहटा रोड पर बन्नू मियां कॉलोनी में 11 नवंबर की शाम 5 बजे गोलियों की तडतडाहट से दहशत फैल गई। 2 बाईक पर सवार 4 लडके आए और एक घर की तरफ, घर की छत की तरफ और हवा में तमंचे से ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। फायरिंग के साथ साथ गंदी गंदी गालियां भी दे रहे थे। ये घर आभास त्यागी का था और हमलावर उसे ही ढूंढ रहे थे। हालांकि उस वक्त आभास घर पर नहीं था। लिहाजा दस मिनट तक हमलावरों ने उसकेघर पर गोलिया चलाई जिसके निंशान घर की दिवार और लोगे के गेट पर भी साफ नजर आ रहे है।
आभास त्यागी के घर के ठीक बगल में एक कोचिंग सेंटर है जहां 6 से 8 वीं तक के बच्चे पढ़ते है। गोलियों की आवाज से बच्चे भी दहशत में आ गए, तभी पढ़ा रहे कोचिंग संचालक अंकित शर्मा ने जैसे ही कोचिंग के गेट का पर्दा खीचकर बाहर देखने की कोशिश की एक गोली सीधा उनके पेट में लगी और वो वहीं गिर गए। अंकित शर्मा अभी अस्पताल में है।
कोचिंग पढ़ रहे बच्चे भी अंदर दहशत में दुबक गए। करीब दस मिनट तक हमलावर वहां रहे और गोली चलाने के साथ साथ आभाष त्यागी को गंदी गंदी गालियां देते रहे। जाते-जाते हमलावरों ने वहां मौजूद आभाष त्यागी की मां को भी गालियां दी और हमलावरों ने अपना नाम भी बताया। हालांकि पुलिस का कहना है कि से गोलीबारी आपसी रंजिश का नतीजा है और हमलावरों का धरपकड के लिए दबिश दी जा रही है।
आभाष त्यागी का क्रिमिनल रिकार्ड है और वो कुछ दिन पहले ही हत्या के एक मामले में जेल से जमानत पर बाहर आया है। कॉलोनी के लोगों का कहना है कि कुछ समय पहले दरअसल आभाष त्यागी के पिता की कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी, जिसका बदला उनके पिता को मारकर आभाष ने लिया। इस सिलसिले में आभाष और उसका बडा भाई जेल भी गए थे। बडा भाई तो अभी भी जेल में है हालांकि आभाष त्यागी कुछ जिन पहले ही जेल से ज़मानत पर बाहर आया था। कॉलोनी वालों का कहना है कि हो सकता है कि दूसरे पक्ष ने 11 नवंबर को आभाष पर गोलियां चलवाई हो क्योकि दोनों परिवारों की आपसी रंजिश चल रही है।