प्रयागराज: उत्तर प्रदेश से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां एक नाबालिग लड़की को अपने परिवार के लिए भोजन में कथित तौर पर एक रासायनिक खरपतवार नाशक, जिसे खरपतवारनाशी कहा जाता है, मिलाने के आरोप में हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा कि 15 वर्षीय लड़की ने अपने भाई और मां को सजा देने के लिए खाने में जहर मिलाया था, क्योंकि वे उसे घर के कामों को लेकर डांटते थे। डिप्टी एसपी (सोरांव) अमिता सिंह ने कहा, ‘4 से 8 अगस्त के बीच फूड पॉइजनिंग की घटना में जांच से पता चलता है कि घर की एक नाबालिग लड़की ने परिवार के सदस्यों की हत्या की साजिश रची थी।'
‘लड़की ने नहीं खाई जहर मिली हुई सब्जी’
आरोपी लड़की की मां ने अपनी बेटी के खिलाफ होलागढ़ पुलिस में IPC की धारा 302 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसमें परिवार के 3 सदस्यों की हत्या करने और अस्पताल में भर्ती होने पर घरेलू सामान चोरी करने का आरोप लगाया गया था। पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, लड़की ने 28 जुलाई को खाने में कीटनाशक मिलाया था और इसके तुरंत बाद परिवार के 4 सदस्य गंभीर रूप से बीमार हो गए थे। आरोपित युवती ने जहर मिली सब्जी नहीं खाई थी और उसकी जगह अचार व चावल खाया था।
‘4 अगस्त को पिता, 8 अगस्त को भाई-बहन की मौत’
पिता, मां, बड़े भाई और छोटी बहन समेत परिवार के 4 सदस्यों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था, जिनमें से 3 की मौत हो चुकी है। पुलिस को घटना के बारे में तब पता चला जब ग्राम प्रधान ने उन्हें 4 अगस्त को पिता की संदिग्ध मौत की सूचना दी। लड़की के 16 साल के भाई रचित और 6 साल की बहन अंकिता की 8 अगस्त को इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस बीच पुलिस को लड़की के इस रवैये पर शक हुआ और मामले की गहनता से जांच शुरू की।
‘परिवार में सिर्फ मां और नाबालिग लड़की ही बचीं’
पुलिस ने कहा कि नाबालिग लड़की ने अपनी मां और भाई की नियमित फटकार और पिटाई की। घटनाओं से नाराज होकर अपने परिवार के सदस्यों की हत्या की साजिश रचने के लिए यह कदम उठाया था। परिवार के 3 सदस्यों की मौत के बाद आरोपी नाबालिग लड़की और उसकी मां गीता समेत सिर्फ 2 सदस्य ही बाल-बाल बचे। पूछताछ के दौरान, नाबालिग लड़की ने भोजन के साथ मिश्रित खरपतवारनाशी होने की बात स्वीकार की क्योंकि वह अपने भाई और मां को डांटने के लिए सजा देना चाहती थी। (IANS)