मेरठ। यूपी (Uttar Pradesh) के मेरठ (Meerut) में एक शख्स ने मां-बेटी की हत्या कर शव को जमीन में दबा दिया। घटना को महिला के प्रेमी ने ही अंजाम दिया। घटना की जानकारी पुलिस को लगी तो परतापुर पुलिस ने घर के भीतर खुदाई कर दोनों शवों को बाहर निकाल लिया। हत्यारोपी दूसरे समुदाय का है। उसने गाजियाबाद की रहने वाली एक शादीशुदा महिला को खुद को हिंदू बताकर अपने चंगुल में फंसा लिया। महिला ने युवक पर भरोसा किया और उसके साथ चली आई। पिछले कई सालों से महिला अपनी बेटी को लेकर प्रेमी के साथ रह रही थी। मामला लव जेहाद से जुड़ा बताया जा रहा है। घटना थाना परतापुर के भूडबराल गांव की है।
परतापुर के भूड़ बराल में मां बेटी की हत्या करने के बाद शव को घर के अंदर जमीन में दबा दिया। सनसनीखेज हत्याकांड को महिला के प्रेमी ने ही अंजाम दिया है। प्रेमी से पूछताछ के बाद पुलिस ने घर की खुदाई करने के बाद दोनों के शवों को निकाल लिया है। महिला गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। आरोपी ने पिछले कई साल से महिला को पत्नी बनकर रखा हुआ था।
फेसबुक पर नाम बदलकर अमित हुआ शमशाद
गाजियाबाद के लोनी की रहने वाली प्रिया शादीशुदा थी। कुछ वर्ष पूर्व प्रिया की मुलाकात भूड़बराल में रहने वाले युवक शमशाद से हुई। शमशाद ने अपने को हिंदू बताया और उसने प्रिया को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। प्रिया की एक बेटी कशिश भी उसके साथ रहती थी। शमशाद ने हिंदू नाम बदलकर प्रिया को अपने साथ रखा। इंस्पेक्टर आनंद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि शमशाद ने प्रिया और उसकी बेटी कशिश को पांच साल तक अपने साथ बतौर पत्नी बनाकर रखा। उसके बाद प्रिया को पता चला कि शमशाद विशेष संप्रदाय से जुड़ा हुआ है। इसी बात को लेकर प्रिया ने विरोध शुरू कर दिया। 28 मार्च को शमशाद ने मां-बेटी की हत्या करने के बाद शव घर के अंदर जमीन में दबा दिया था। उसके बाद से उनका कुछ पता नहीं था।
मकान तोड़कर निकाले शव
एसओ आनंद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि ग्रामीणों ने जब महिला और उसकी बेटी केा गांव में कई दिनों से नहीं देखा तो उनको शक हुआ। इसके बाद उन्होंने युवक से पूछताछ की तो युवक ने कोई ठीक जवाब नहीं दिया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी से कई बार पूछताछ की लेकिन वह हर बार पुलिस को झूठ बोलता रहा। आखिरकार पुलिस की सख्ती के आगे वह टूट गया और उसने हत्या कर लाश को घर में छुपाने की बात स्वीकार कर ली।