Highlights
- यूपी सरकार के कहने के बाद सीबीआई ने 2 नवंबर 2021 को केस दर्ज करके जांच शुरू की थी।
- आरोपी पुलिसकर्मियों ने मनीष की इस कदर पिटाई की कि उनकी मौत हो गई।
- गोरखपुर में हुई मनीष गुप्ता की हत्या के बाद से सूबे में सियासी उबाल भी आ गया था।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या के मामले में सीबीआई ने तत्कालीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। आरोपी पुलिसकर्मियों में SHO जगत नारायण, सब इंसेक्टर अक्षय कुमार मिश्रा, सब इंसेक्टर विजय यादव, सब इंस्पेक्टर राहुल दुबे, हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव, कांस्टेबल प्रशांत कुमार शामिल हैं। इन सभी 6 पुलिसकर्मियों के खिलाफ IPC की धारा 302 हत्या, 323, 325, 506, 218, 201, 34 और 120बी और 149 के तहत CBI की विशेष अदालत लखनऊ में चार्जशीट दाखिल की गई है।
रामगढ़ थाने में दर्ज हुआ था हत्या का केस
यूपी सरकार के कहने के बाद सीबीआई ने 2 नवंबर 2021 को केस दर्ज करके जांच शुरू की थी। इससे पहले रामगढ़ थाने में हत्या केस दर्ज किया गया था। आरोप था कि पेशे से व्यापारी मनीष गुप्ता ने गोरखपुर में 27 सितंबर को एक होटल में कमरा लिया था और रात 12 बजे एसएचओ समेत सभी आरोपी पुलिसकर्मी वहां गए और मनीष के साथ बदतमीजी की। इस दौरान आरोपी पुलिसकर्मियों ने मनीष की इस कदर पिटाई की कि उनकी मौत हो गई। केस की जांच में सीबीआई ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ आरोप सही पाए हैं और सभी के खिलाफ हत्या समेत दूसरी धाराओं में चार्जशीट दाखिल की है।
सीएम ने पीड़ित परिवार से की थी मुलाकात
बता दें कि गोरखपुर में हुई मनीष गुप्ता की हत्या के बाद से सूबे में सियासी उबाल भी आ गया था। हालांकि मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद कहा था कि सीएम ने हमारी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है और हम मुलाकात से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा था, ‘मुख्यमंत्री ने हमारी मांग के अनुसार सीबीआई जांच के लिए एक आवेदन मांगा है और सरकारी नौकरी के साथ-साथ मेरे बेटे के भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा की मेरी मांग को स्वीकार कर लिया है।’ मीनाक्षी ने कहा था कि एक परिवार के मुखिया की तरह मुख्यमंत्री ने हमारी सभी समस्याओं को सुना है और मैं उनकी आभारी हूं।