हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद की कुकटपल्ली हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में दुकान से बीड़ी लाने में हुई देर से गुस्साए पिता ने अपने 10 साल के बेटे को कथित रूप से जिंदा जला दिया। पुलिस ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बच्चे को 17 जनवरी की रात को कथित तौर पर उसके पिता द्वारा जिंदा जलाया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी पिता बच्चे की पढ़ाई को लेकर भी नाराज था। पुलिस ने बताया कि इससे पहले आर. चरण नाम के इस बच्चे को बालू नाम के उसके पिता ने बाल मजदूरी में भी धकेला था।
‘माचिस की तीली से बच्चे को लगा दी आग’
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 90 प्रतिशत जली अवस्था में बच्चे को नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां बुधवार की रात उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि शराबी पिता ने अपने घर में कथित रूप से बच्चे पर तारपीन का तेल डाला और माचिस से अपनी बीड़ी जलाने के बाद उसी तीली से बच्चे को आग लगा दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान चरण की मां ने उसे बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन बालू ने उनकी एक न सुनी और अपने बेटे को आग के हवाले कर दिया।
‘भागते हुए एक गड्ढे में गिर गया चरण’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बालू ने इसके पहले चरण को बाल मजदूरी में भी धकेला था, लेकिन बाद में कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं और महिलाओं ने एक मैकेनिक की दुकान पर हेल्पर के रूप में काम कर रहे बच्चे को वहां से निकाल लिया था। बताया जाता है कि आग लगने के बाद हुई असहनीय पीड़ा के चलते चरण ने भागना शुरू किया और पास ही एक गड्ढे में गिर गया। स्थानीय लोग बच्चे को बचाने के लिए भी भागे और उसके ऊपर पानी डाला लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। उसे तुरंत गांधी अस्पताल ले जाया गया लेकिन अंत में 10 साल का चरण जिंदगी की जंग हार गया।