ओडिशा के आदिवासी बहुल इलाकों में अंधविश्वास और शिक्षा की कमी के कारण एक और जघन्य हत्या हुई है। काला जादू के शक में एक शख्स की हत्या कर दी गई। घटना मलकानगिरी जिले के टांडापल्ली गांव की है। एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि टांडापल्ली गांव में दो लोगों ने एक 55 वर्षीय व्यक्ति की हत्या इसलिए कर दी, क्योंकि उन्हें संदेह था कि वह काला जादू कर रहा था।
क्या है मामला?
पुलिस ने बुधवार को मृतक लक्ष्मा कबासी के बहनोई की शिकायत के आधार पर मुदा पदियामी और उसके रिश्तेदार मुकुंद पदियामी को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद पुलिस ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। मृतक कबासी और दोनों आरोपी टांडापल्ली गांव के हैं। जांच के दौरान यह पता चला कि मुख्य आरोपी मुदा की पत्नी वाघे पदियामी की पिछले साल दिसंबर में मौत हो गई थी, जबकि उसकी मां और दादा की लगभग दो साल पहले मौत हो गई थी।
गला काटकर हत्या
मुदा को संदेह था कि कबासी ने काला जादू किया था, जिससे उसके परिवार के सदस्यों की मृत्यु हो गई। मुदा ने मुकुंद के साथ मिलकर मंगलवार की रात ब्लेड से गला काटकर कबासी की हत्या कर दी। बाद में उन्होंने उसके शव को पड़ोसी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सबरी नदी में फेंक दिया। बुधवार को नदी से शव बरामद किया गया और आरोपियों को उनके ठिकाने से पकड़ लिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी व्यक्तियों ने काले जादू के संदेह में अपराध करने की बात कबूल कर ली है। (- IANS इनपुट के साथ)
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