प्रयागराज: बैंक से लिया गया ऋण माफ होने और बीमा की रकम मिलने के लालच में एक व्यक्ति ने रविवार की रात अपनी पत्नी की कथित तौर पर कुल्हाड़ी से हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी शिव शंकर मौर्य को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक (गंगापार) धवल जायसवाल ने बताया कि नवाबगंज थाना अंतर्गत पबनाह गांव के निवासी शिव शंकर मौर्य अपनी पत्नी आशा देवी को एजेंट बनाकर एक समूह चलाता था और उसने क्षेत्र के 28 लोगों को बंधन बैंक कौड़िहार से कर्ज दिलवाया था।
उन्होंने बताया कि लोगों द्वारा बैंक का पैसा नहीं लौटाने के चलते मौर्य पर बैंक का दबाव था। इसके अलावा, मौर्य ने अपनी पत्नी के नाम पर तीन लाख रुपये ऋण ले रखा था और एलआईसी से पत्नी के नाम पर एक लाख रुपये का बीमा और सहारा से 10 लाख रुपये का बीमा कराया था। जायसवाल ने बताया कि बैंक का पैसा ना जमा करने, ऋण माफ होने और बीमा की रकम मिलने के उद्देश्य से मौर्य ने रविवार की रात करीब डेढ़ बजे कुल्हाड़ी से अपनी पत्नी से कथित तौर पर हत्या कर दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में उपयोग की गई कुल्हाड़ी बरामद कर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
सौतेले भाई की हत्या करने और डेढ़ करोड़ का सोना लूटने वाला गिरफ्तार
एक वाहन चालक की सहायता से अपने सौतेले भाई की कथित तौर पर गोली मार कर हत्या करने और डेढ़ करोड़ रुपये के सोने ले कर भागने वाले एक व्यक्ति को ठाणे जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि दोनों आरोपियों ने सोना चुराने के बाद हत्या इस प्रकार की कि वह चोरी के मकसद से की गई वारदात लगे। अधिकारी ने कहा कि आरोपियों ने हत्या करने के बाद साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को वाशी क्रीक में फेंक दिया।
पुलिस उपायुक्त एसएस बुरसे ने कहा, “ठाणे महानगर पालिका के कारपोरेटर माणिक पाटिल का बेटा राकेश पाटिल 20 सितंबर को लापता हो गया था। घर से डेढ़ करोड़ रुपये कीमत का 3.7 किलोग्राम सोना भी गायब था। इसके बाद राकेश की पत्नी ने कासरवडवली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।” उन्होंने कहा, “राकेश के माता पिता जब अस्पताल से घर पहुंचे तो उन्होंने पाया कि सोना चोरी हो गया है।
उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें अपने लापता बेटे पर शक है। गोपनीय सूचना के आधार पर हमने उनके पारिवारिक वाहन चालक गौरव सिंह को हिरासत में ले लिया जो राकेश की स्कूटर चलाते देखा गया था।” अधिकारी ने कहा कि सिंह ने पुलिस को बताया कि संपत्ति के विवाद को लेकर राकेश के सौतेले भाई सचिन पाटिल ने उसकी हत्या की और दोनों ने घर से सोना इसलिए चुराया ताकि ऐसा लगे कि मामला चोरी का है।
कासरवडवली पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक किशोर खैरनार ने कहा, “उन्होंने शव वाशी क्रीक में फेंक दिया। सिंह को 23 सितंबर को गिरफ्तार किया गया और काफी तलाश करने के बाद पाटिल को पकड़ा जा सका क्योंकि वह मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं करता था।”
खैरनार ने कहा, “सचिन को 26 सितंबर को गिरफ्तार किया जब उसके उल्वे जाने की सूचना मिली। उसने कहा कि वह अपने पिता के साथ रह रहा था और जब उसके पिता राकेश को भी घर में ले आए तब वह परेशान हो गया। सचिन ने कहा कि उसे संपत्ति में राकेश को भी हिस्सा मिलने का डर था।” पुलिस ने कहा कि सचिन कारपोरेटर की तीसरी पत्नी से हुआ बेटा है। उन्होंने कहा, “हमने 3.7 किलोग्राम सोना और वारदात में इस्तेमाल हथियार बरामद किया है। सचिन ने इस काम के लिए सिंह को दो लाख रुपये देने का वादा किया था।”