![man killed by friends in agra last rites done in PPE kit pretending as covid death दोस्त की हत्या के](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
आगरा. आगरा में दो करोड़ रुपये की फिरौती वसूलने के लिए कारोबारी के इकलौते बेटे की उसके दोस्तों ने ही हत्या कर दी। पुलिस ने मामले में मृतक के एक क्लब संचालक दोस्त सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पीपीई किट पहनकर उसका अंतिम संस्कार किया था। पुलिस ने सोमवार को समूची घटना का खुलासा कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आगरा के जयरामबाग, दयालबाग निवासी एवं कोल्ड स्टोरेज के मालिक सुरेश चौहान का इकलौता पुत्र 23 वर्षीय सचिन चौहान 21 जून को अपने दोस्तों से मिलने गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। पुलिस ने इस मामले में सचिन चौहान के दोस्त सुमित पासवानी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया जिन्होंने 21 जून को ही सचिन की हत्या कर दी थी और इस घटना को दो करोड़ रुपये की फिरौती वसूलने के लिए अंजाम दिया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज ने सोमावार को प्रेस वार्ता में बताया कि 21 जून को सचिन अपराह्न करीब तीन बजे अपने घर से निकला था। उसे उसके दोस्त सुमित पासवानी निवासी दयालबाग ने अपने घर पर बुलाया था जिसका दयालबाग 100 फुटा रोड पर क्लब है। उन्होंने बताया कि सुमित पासवानी अपने दोस्तों के साथ सचिन को अपर्णा जल संयंत्र पर ले गया और वहां उसे शराब पिलाई। इसके बाद उन्होंने उसके सिर और मुंह पर पॉलीथिन बांधकर उसका दम घोंट दिया।
मुनिराज ने बताया कि सुमित और उसके दोस्तों ने सचिन के शव का अंतिम संस्कार करने की योजना बनाई। किसी को शक न हो, इसके लिए उन्होंने मामला कोरोना संक्रमण का दिखाने के लिए कमला नगर के दिलीप मेडिकल स्टोर से पीपीई किट खरीदी। शव को लेकर वे बल्केश्वर श्मशान घाट पहुंचे और किसी अन्य नाम से अंतिम संस्कार कर दिया।
उन्होंने कहा कि सचिन की मां ने मोबाइल पर फोन किया तो उसके दोस्त ने फोन उठाया और कहा कि वह बात करने की स्थिति में नहीं है, इससे पुलिस को शक हुआ। इसके बाद एक के बाद एक दोस्तों से सख्ती से पूछताछ की गई। मुनिराज ने बताया कि सचिन की हत्या करने के बाद सुमित पासवानी और उसके दोस्त कोल्ड स्टोरेज संचालक सुरेश चौहान से दो करोड़ रुपये की फिरौती वसूलना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि आरोपियों के खिलाफ अभी और साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मजबूत साक्ष्यों के साथ इन लोगों को अदालत में पेश किया जाएगा।