सूरत (गुजरात): गुजरात के सूरत में रोंगटे खड़े कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने एक व्यक्ति को अपनी पूर्व पत्नी को खून का इंजेक्शन लगाने के आरोप में हिरासत में लिया है। शख्स की पहचान शंकर कांबली के रूप में हुई है, जिसने रविवार रात यह हरकत की। खून के नमूने और बोतल को रिपोर्ट के लिए फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) भेजा गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
आरोपी शंकर कांबली को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने बताया कि वह ब्लड लेने के बहाने सिविल अस्पताल के एचआईवी वार्ड में गया था। जहां पर मिले एक एचआईवी पॉजिटिव मरीज को उसने झांसा दिया कि वह ब्लड के सैंपल की जांच कर उसकी बीमारी मिटा देगा। इसके बाद वहां से मरीज के शरीर से ब्लड का सैंपल लेकर घर आ गया। दूसरे दिन घर पहुंचकर उसने पत्नी को एचआईवी पॉजिटिव खून का इंजेक्शन दे दिया।
एफएसएल रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि खून में क्या मिलाया गया था, जो आरोपी की पूर्व पत्नी यास्मीन सेराली को दिया गया था। आरोपी के पास से एक बोतल बरामद हुई है, जिसमें खून था। पुलिस उसे अपराध स्थल पर ले जाएगी, जहां आरोपी ने इंजेक्शन लगाया था और हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन की तलाश करने की कोशिश करेगी।
2 महीने पहले ही हुआ था तलाक
पीड़िता यास्मीन ने रांदेर पुलिस स्टेशन में अपनी शिकायत में कहा है कि 15 साल पहले उसकी और शंकर कांबली की शादी हिंदू रीति-रिवाजों से हुई थी। उस विवाह से उनके दो बच्चे थे, लेकिन आरोपी संदिग्ध स्वभाव का था और लगातार उस पर एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर होने का शक करता था। कुछ साल बाद उसने उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया, जिसके कारण उसने फैमिली कोर्ट में तलाक की याचिका दायर की थी और अभी दो महीने पहले फैमिली कोर्ट ने दोनों का तलाक करवा दिया।
इंजेक्शन लगाकर फरार हुआ आरोपी
यासीन ने बताया कि तब से वह दो बच्चों के साथ अपनी मां के साथ रह रही थी। रविवार दोपहर शंकर ने उसे मिलने के लिए बुलाया, जिस पर वह राजी हो गई। वह उसे घुमाने ले गया, उसके लिए इत्र खरीदा। बाद में शाम को वह उसे एक सुनसान जगह पर ले गया और उसकी बाईं जांघ पर एक इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसे बेचैनी होने लगी। आरोपी उसे छोड़कर फरार हो गया। पीड़िता किसी तरह रांदेर थाने पहुंची, जहां से उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, स्वस्थ होने के बाद उसने शिकायत दर्ज कराई थी।