नोएडा: उत्तर प्रदेश के जनपद गौतमबुद्ध नगर में बिसरख थानाक्षेत्र की चिपियाना बुजुर्ग पुलिस चौकी में गुरुवार सुबह एक युवक के कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या करने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि युवक के परिजनों ने इस मामले में 2 महिलाओं के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि बलात्कार के आरोप में पूछताछ के लिए पुलिस चौकी लाए गए योगेश नामक युवक ने कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
‘महिलाओं ने यौन शोषण के झूठे आरोप लगाए थे’
पुलिस अफसर ने बताया कि इस मामले में परिजनों द्वारा गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद पुलिस आयुक्त ने पुलिस चौकी में तैनात सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। मृतक का अंतिम संस्कार उसके गृह जनपद अलीगढ़ में कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त जोन द्वितीय सुनीति ने बताया कि धर्मवीर पुत्र तेजवीर सिंह ने बीती रात थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनका भाई योगेश उनके साथ चिपियाना में स्थित एक फैक्ट्री मे नौकरी करता था। शिकायत में धर्मवीर ने आरोप लगाया है कि उनके भाई के खिलाफ फैक्ट्री में ही काम करने वाली 2 महिलाओं ने यौन शोषण के झूठे आरोप लगाए गए थे।
‘सुलह होने के बावजूद महिलाओं ने की झूठी शिकायत’
पुलिस अधिकारी ने बताया कि धर्मवीर के मुताबिक इस मामले में दोनों पक्षों में करीब डेढ़ महीने पहले सुलह हो गई थी, लेकिन अब उनके भाई के खिलाफ झूठी शिकायत कर दी गई। योगेश के भाई का आरोप है कि महिलाओं के कथित रूप से झूठी शिकायत दर्ज करने से आहत उनके भाई ने खुदकुशी कर ली। DCP सुनीति ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर दोनों महिलाओं के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है।
सभी पुलिसकर्मियों को कर दिया गया था सस्पेंड
युवक के पुलिस चौकी में कथित रूप से आत्महत्या करने के मामले में गुरुवार को पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने चौकी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। पुलिस उपायुक्त ने गुरुवार को बताया था कि पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के आदेश पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के साथ-साथ घटना की उच्च स्तरीय जांच के लिए एक अधिकारी को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि मामले में थाना प्रभारी और सहायक पुलिस आयुक्त की भूमिका की जांच की जा रही है।