
बेंगलुरू में एक व्यक्ति ने बुजुर्गों को महाकुंभ घुमाने के नाम पर 70 लाख रुपये ठग लिए। जब पुलिस को इसकी शिकायत मिली तो वह आरोपी तक पहुंची, लेकिन तब खुलासा हुआ की ठगी की पूरी रकम वह जुएं में हार चुका है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन पीड़ितों के पैसे नहीं लौटा पाई।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि वरिष्ठ नागरिकों को ठगने के आरोप में 35 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने प्रयागराज में महाकुंभ मेले के लिए ले जाने के बहाने ठगी की थी। पुलिस को संदेह है कि पूर्व पत्रकार राघवेंद्र राव ने 70 लाख रुपये से अधिक की ठगी की है।
सट्टेबाजी में हार गया पैसे
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने वरिष्ठ नागरिकों को ठगकर जो पैसे कमाए थे, वे ऑनलाइन सट्टेबाजी में हार गया। उसने अपने फोन में तीन सट्टेबाजी ऐप इंस्टॉल कर रखे थे। पुलिस ने बताया कि मामला तब प्रकाश में आया जब ठगे गए लोगों ने गोविंदराजनगर पुलिस थाने में राव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उसी थाने में उसके खिलाफ कम से कम 21 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
कैसे की ठगी?
पुलिस के अनुसार, हाल ही में पर्यटन व्यवसाय में कदम रखने वाले आरोपी ने फेसबुक पर पोस्ट डाली, जिसमें उसने लोगों को अयोध्या, वाराणसी और प्रयागराज जैसे स्थानों की सात दिवसीय तीर्थ यात्राओं का लालच दिया। जब उसने यात्रा शुरू की, तो वादे के मुताबिक वह कुछ लोगों को यात्रा पर ले गया और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी तस्वीरें भी पोस्ट कीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाद में कई वरिष्ठ नागरिकों ने उससे इस बारे में संपर्क किया।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि राव सात दिन की यात्रा के लिए 49,000 रुपये लेता था। पैकेज के लिए आवश्यक राशि एकत्र करने के बाद, वह अपने ग्राहकों के लिए हवाई टिकट बुक करता था और उन्हें भेज देता था। हालांकि, बाद में उसने उनके टिकट कैंसिल कर दिए और ग्राहकों के फोन उठाना बंद कर दिया। इसने अपना सेल फोन भी बंद कर दिया। इसके बाद पीड़ितों ने ठगी की शिकायत दर्ज की। (इनपुट-पीटीआई)