फर्रुखाबाद जिले के माफिया बसपा नेता अनुपम दुबे को एक मामले में आजीवन कारावास की सजा सुना दी गई है। ये मामला एक इंस्पेक्टर की हत्या से जुड़ा हुआ था जिसकी माफिया नेता ने 1996 में गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस मामले में अब योगी सरकार की सख्ती के कारण कार्रवाई हुई है और फाइल को आगे बढ़ाया गया है, जिसके बाद अनुपम दुबे को सजा सुनाई गई है।
फाइल को 25 साल तक दबाकर रखा
पुलिस के मुताबिक, 14 मई 1996 को अनुपम दुबे ने यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर राम निवास यादव को चलती ट्रेन में गोली मार कर हत्या कर दी थी, तब से लेकर माफिया नेता ने अपने रसूख के कारण इस मुकदमे की फाइल को करीब 25 साल तक दबाकर रखा था। जानकारी दे दें कि फतेहगढ़ कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कसरट्टा निवासी माफिया बसपा नेता अनुपम दुबे ने 14 जुलाई 2021 को कोर्ट में सेरेंडर कर दिया था। उन पर इंस्पेक्टर रामनिवास यादव हत्या के मुकदमे सहित 63 मुकदमे चल रहे हैं, इनमें मुख्य रूप से हत्या, जमीन पर कब्जा, फिरौती शामिल है। फतेहगढ़ पुलिस ने इसके अपराध को देखकर शासन को भेजकर अनुपम दुबे को माफिया घोषित किया था।
साथियों की खंगाली जा रही हिस्ट्री
इतना ही नहीं फतेहगढ़ पुलिस ने अनुपम दुबे के सभी साथियों की धरपकड़ करनी शुरू कर दी है। साथ ही अनुपम पर एनएसए की कार्रवाई भी की थी,जिसे इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी सही माना था। इसके अलावा यूपी पुलिस ने 113 करोड़ 18 लाख13 हजार 497 रुपये की संपत्ती भी कुर्क की है।
ये भी पढ़ें:
सांड के हमले से बचने के लिए तालाब में कूदा किसान, गहरे पानी में डूबने से हो गई मौत