केरल पुलिस ने सोमवार को एक संदिग्ध की तस्वीर जारी की, जिसने कन्नूर जाने वाली चलती ट्रेन में अपने सह-यात्रियों को आग लगा दी थी। रविवार की रात, अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस में यात्रियों को जलाने के दो घंटे बाद रात करीब 11.30 बजे रिकॉर्ड किए गए सीसीटीवी फुटेज से संदिग्ध की तस्वीर जारी की गई। सीसीटीवी के अलावा, डिब्बे में यात्रा कर रहे चश्मदीदों से संदिग्ध के बारे में जानकारी जुटाई गई। इससे पहले दिन में राज्य के पुलिस प्रमुख अनिल कांत ने मीडिया को बताया कि उन्हें अहम सुराग मिले हैं और जल्द ही मामले का खुलासा हो जाएगा।
यात्रियों को लगाई आग
इसी तरह, एनआईए जैसी राष्ट्रीय एजेंसियों ने भी घटना की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है। रविवार की रात, अलप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस से कूदने वाले तीन यात्रियों को ट्रैक पर मृत पाया गया। मरने वालों में एक दो साल का मासूम और उसकी मौसी भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक, जब ट्रेन रात करीब साढ़े नौ बजे कोझिकोड और कन्नूर के बीच कोरापुझा पुल को पार करने वाली थी, तब एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति ने यात्रियों पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। आग से झुलसे नौ यात्रियों का कोझिकोड अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस को मिला ये सामान
इस बीच, पुलिस सूत्रों ने बताया कि रेलवे ट्रैक से बरामद मोबाइल फोन में सिम नहीं था, लेकिन जांच अधिकारियों को पता चला है कि फोन का इस्तेमाल आखिरी बार 30 मार्च को किया गया था। बैग में पास के तिरुवनंतपुरम और कन्याकुमारी के स्थानों के बारे में अंग्रेजी और हिंदी में एक नोट के साथ कागज का एक टुकड़ा था। उसमें एक जोड़ी कपड़ा , चश्मा और पेट्रोल की बोतल भी थी। राज्य भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से संकेत मिलता है कि यह देश विरोधी ताकतों का काम है।
मुख्यमंत्री ने की निंदा
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने घटना की निंदा की है और कहा है कि पुलिस संदिग्ध को पकड़ने में सक्षम होगी और आश्वासन दिया कि घायलों के इलाज का ध्यान रखा जाएगा। नेता प्रतिपक्ष वी।डी। सतीशन ने कहा कि यह एक अनहोनी घटना है और इसलिए राज्य और केंद्रीय एजेंसियों को संयुक्त रूप से यात्रा करने वाली जनता के मन में विश्वास जगाने के लिए जांच करनी चाहिए।
(इनपुट-आईएएनएस)