पालघर: महाराष्ट्र के पालघर में पुलिस ने एक ऐसे डकैत को पकड़ा है जो वारदात को अंजाम देने के बाद 14 साल से फरार चल रहा था। अधिकारियों द्वारा बुधवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, डकैती के मामले में 14 साल से अधिक समय से फरार आरोपी तेचर बंद्या काले को पुलिस ने सतारा जिले से गिरफ्तार कर लिया है। काले ने अपने कुछ अन्य साथियों के साथ मिलकर विरार के एक मकान में 14 साल पहले डाका डाला था और तभी से पुलिस की पकड़ से बाहर था।
2008 में विरार के घर में डाला था डाका
मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक राहुल राख ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 21 अगस्त 2008 को कुछ लोग विरार इलाके में एक मकान में घुसे और वहां रहने वाले लोगों को लोहे की छड़ों से पीटने के साथ ही 17 हजार रुपये मूल्य के सोने के आभूषण लेकर फरार हो गए। उन्होंने बताया कि आरोपियों में से एक की पहचान तेचर बंद्या काले के रूप में हुई थी। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने इसके बाद इस संबंध में डकैती का मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
काले ने डाली थीं कई और डकैतियां
राख ने बताया कि बाद में इसमें काले और अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून (MCOCA) के प्रावधान भी जोड़े गए। पुलिस को यह पता चला कि काले ने कई और डकैतियां भी डाली हैं और गिरफ्तारी से लगातार बच रहा है। पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक राख ने बताया कि पुलिस जांच टीम ने तकनीकी और खुफिया सूचनाओं की मदद ली। उन्होंने कहा कि उन्हें सतारा में पुसेगांव गांव में काले के होने का पता चला, जहां वह छिपा हुआ था। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद जाल बिछाकर आरोपी को सोमवार को पकड़ लिया गया।