रांची: झारखंड के साहिबगंज में आदिवासी युवती की हत्या के बाद उसके शव के 50 से ज्यादा टुकड़े करने की वारदात के मास्टरमाइंड और मुख्य आरोपी मोइनुल अंसारी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। साहिबगंज के पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस वारदात में 10 लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया गया था, लेकिन मास्टरमाइंड मोइनुल वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद अब पूरे मामले का पूरी तरह खुलासा हो जाएगा। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी कर रही है।
शव के टुकड़ों को कुत्ते खा रहे थे
बता दें कि बोरियो थाना क्षेत्र निवासी आदिम पहाड़िया जनजाति की 22 वषीर्या रेबिका की हत्या उससे महज डेढ़ महीने पहले शादी रचाने वाले दिलदार अंसारी और उसके परिवार के लोगों ने कर दी थी और इसके बाद बेहद क्रूरता के साथ उसकी लाश के 50 टुकड़े कर दिए थे। मामला तब सामने आया जहां-तहां फेंके गए उसके शव के टुकड़े कुत्ते खा रहे थे। वारदात सामने आते ही पुलिस ने दिलदार अंसारी, उसके पिता मो. मुस्तकिम अंसारी, मां मरियम खातून, पहली पत्नी गुलेरा अंसारी, भाई अमीर अंसारी, महताब अंसारी, बहन सरेजा खातून सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
लोहा काटने वाली मशीन से किये थे शव के टुकड़े
रेबिका पहाड़िन के साथ मो. मुस्तकीम के पुत्र दिलदार अंसारी का कई साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ने फिर शादी कर ली। दिलदार पहले से ही शादीशुदा था। इसे लेकर दिलदार के परिजन नाखुश थे। घरवालों की नाराजगी के कारण दिलदार रेबिका को बोरियो संथाली के हेमंती मुर्मू के मकान में रखता था। इसके बाद दिलदार की मां मरियम खातून ने रेबिका को अपने भाई मोईनुल अंसारी के घर बोरियो मांझी टोला पहुंचा दिया, जहां उसकी हत्या कर दी गयी। इसके बाद लोहे काटने वाली मशीन से शव को टुकड़े टुकड़े कर अलग-अलग जगह पर फेंक दिए गए। इस वारदात का मास्टरमाइंड मोइनुल अंसारी ही बताया जा रहा है। वह पूर्व में भी कई मामलों में नामजद अभियुक्त रहा है और एक आपराधिक वारदात में तिहाड़ जेल में बंद भी रहा है।
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